झांसी। उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त बुंदेलखंड क्षेत्र की प्यास बुझाने को जल जीवन मिशन के तहत पाइप पेयजल योजनाओं के शुभारंभ कार्यक्रम में मंगलवार को हिस्सा लेने झांसी पहुंचे केंद्र जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल मिशन के तहत हर घर तक नल से पेयजल पहुंचाने मात्र का लक्ष्य नहीं है बल्कि हर गांव तक इसके माध्यम से लोकतंत्र को मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री की भावना के अनुरूप उत्तर प्रदेश सरकार के जल जीवन मिशन के प्रथम चरण में बुंदेलंखड के तीन जिलों झांसी, ललितपुर और महोबा में 2185 करोड की 12 ग्रामीण पाइप पेयजल परियाेजनाओं के निर्माण कार्यों का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में आए शेखावत ने कहा कि मैं राजस्थान के जिस क्षेत्र से आता हूं वहां भी पानी की बहुत कमी है मानसून के समय मात्र छह से सात इंच ही बारिश होती है इसलिए इस क्षेत्र में पानी के लिए लोगों और विशेषकर महिलाओं को होने वाली अकल्पनीय पीड़ा को अच्छी तरह से समझ सकता हूं।
प्रधानमंत्री ने भी इस पीड़ा को महसूस किया और बुंदेलखंड के हर घर में नल से जल उपलब्ध कराने का काम शुरू किया लेकिन इस काम का एकमात्र लक्ष्य घर घर तक पानी पहुंचाना नहीं है। प्रधानमंत्री का जल मिशन गांव गांव तक लोकतंत्र पहुंचाना है। गांव के घर पहुंचने वाले पानी के इस्तेमाल के बाद बेकार पानी बाहर भी निकलेगा।
इस बेकार पानी को दोबारा किसी काम लाने योग्य बनाने के लिए गांव में समितियां बनायी जाएं और उनमें विशेषरूप से महिलाओं को शामिल किया जाए ताकि जन सहभागिता से यह योजना चले। लोगों काे घर से निकलने वाले गंदे पानी को खेती या बागवानी या भूमिगत जल को रिचार्ज करनें योग्य बनाना सीखना होगा और इस तरह लोग मिलकर अपनी समस्या के समाधान के लिए जब मिलकर काम करेंगे तो गांव गांव में लोकतंत्र का विकास होगा।
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के समय भी सरकार ने जलकल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया। श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना शुरू की गयी। आजादी के बाद से ही उपेक्षा का दंश झेलते हुए सूखाग्रस्त हो जाने वाले बुंदेलखंड की प्यास बुझाने के लिए 12 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं के कार्यों का शुभारंभ किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण के तहत तीन जिलों में अगले दो साल में महिलाओं को पानी की खोज में लंबी दूरियां तय नहीं करनी पडेंगी। केंद्र सरकार इसके लिए राज्य सरकार को धन की कोई कमी नहीं होने देगी।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि बरसात के पानी की एक एक बूंद रोकनी होगी और इसके लिए हर नागरिक को आगे आना होगा। जल को एक आंदोलन का रूप देना होगा, जल जन आंदोलन शुरू करना होगा तभी न केवल हम वर्तमान में लोगों की पानी की जरूरतों को पूरा कर पाएंगे बल्कि आने वाली पीढियों को भी एक जल समृद्ध देश दे पाएंगे।