चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप रुकने का नाम नहीं ले रहा है तथा 3943 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 90000 के पार पहुंच गयी। इसके साथ ही संक्रमण के मामले में यह राज्य देश भर में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 55.53 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 1.33 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 90167 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 60 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1201 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 2325 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 50074 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 38892 सक्रिय मामले हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर आ गया था लेकिन सोमवार को 86000 से अधिक मामलों के साथ ही यह दिल्ली को पीछे छोड़ दूसरे स्थान पर आ गया था। दिल्ली में सोमवार तक संक्रमितों की संख्या 85161 थी।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह भी संक्रमण की बढ़ती दर है। पिछले 24 घंटों के दौरान 2358 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 58327 हो गयी है जो आज सुबह जारी गुजरात राज्य के आंकड़ों से अधिक ही है। संक्रमण के मामले में चौथे स्थान पर स्थित गुजरात में कुल 32023 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 42 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 885 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 1387ण् और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 34828हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 59.71 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.51 फीसदी है।
चेन्नई में कुल 22614 मामले सक्रिय हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इस बीच तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सोमवार को राज्य में लॉकडाउन को कुछ रियायतों और प्रतिबंधों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की।