चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4150 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या 1.11 लाख के पार पहुंच गयी।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 56.47 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 1.35 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 111151 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 60 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1510 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 2186 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 62778 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 46863 सक्रिय मामले हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर आ गया था लेकिन सोमवार को 86000 से अधिक मामलों के साथ ही यह दिल्ली को पीछे छोड़ फिर से दूसरे स्थान पर आ गया।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह भी संक्रमण की बढ़ती दर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 1716 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 68254 हो गयी है जो आज सुबह जारी गुजरात राज्य के आंकड़ों से अधिक ही है। संक्रमण के मामले में चौथे स्थान पर स्थित गुजरात में कुल 35398 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 21 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1051 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 1000 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 42309 हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 62 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.53 फीसदी है।
चेन्नई में कुल 24894 मामले सक्रिय हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन को कुछ रियायतों और प्रतिबंधों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की है।