नई दिल्ली। लाकडाउन में जियो प्लेटफॉर्म्स में एक लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश और जियोमीट ऐप के आमजन को उपलब्ध कराये जाने के बीच मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को नया धमाल किया और उसका बाजार पूंजीकरण 12 लाख करोड़ को पार कर गया।
शेयर बाजारों में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस के शेयरों में आज कारोबार की शुरुआत से ही रिकार्ड तेजी देखने को मिली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर रिलायंस के शेयर ने अब तक के शिखर 1858 रु के स्तर को छुआ। बाजार बंद होने पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण 12 लाख 16 हजार करोड़ रुए आंका गया।
बारह लाख करोड़ का मार्केट कैप आंकड़ा आज तक देश की कोई भी कंपनी नहीं छू सकी है। सोमवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर रिलायंस के दो करोड़ 16 लाख से अधिक शेयरों की खरीद फरोख्त हुई। शेयर शुक्रवार के बंद भाव से 3.75 प्रतिशत ऊपर 1855 रु पर बंद हुआ।
रिलायंस के शेयर का बाजार पूंजीकरण 11.76 लाख करोड रुपये और 957 रुपये कीमत से आंशिक भुगतान वाले शेयर का 40442 करोड रुपये मिलाकर 12.16 लाख करोड रुपये यानी 163.1अरब डालर हो गया।
कंपनी ने 19 जून को लक्ष्य से पहले पूरी तरह कर्जमुक्त होने की घोषणा की थी। उसी दिन कंपनी का बाजार पूंजीकरण 11 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर गया था। उसके बाद मात्र 11 कारोबारी सत्रों में कंपनी का बाजार पूंजीकर 11 से 12 लाख करोड़ रु को पार कर गया।
ब्रोकरेज हाउस भी रिलायंस के शेयर को लेकर तेजी के पक्ष में हैं। एंजेल ब्रोकिंग ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को एक्युमुलेट रेटिंग दी है और इसके 1937 रु तक का लक्ष्य तय किया है।
रिलायंस का आंशिक भुगतान वाला शेयर भी सोमवार को अपने उच्चतम स्तर पर था। शेयर 896 रु के भाव पर खुला और 958.70 रु के उच्चतम स्तर को छुआ। बाजार बंद होने पर रिलायंस के आंशिक भुगतान शेयर का भाव 952.90 रु था।
रिलायंस जियो ने अपना वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप जियोमीट गुरूवार को लॉन्च किया था। वहीं रिलायंस की अनुषंगी जियो प्लेटफॉर्म्स में शुक्रवार को 12 वें विदेशी निवेश की घोषणा हुई थी। मशहूर कम्प्यूटर चिप निर्माता इंटेल के जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश की घोषणा के बाद सोमवार को कंपनी के शेयर में खासी तेजी देखने को मिली।
पिछले दो माह में जियो प्लेटफॉर्म्स में हिस्सेदारी बेच कर रिलायंस समूह ने करीब 1.17 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने राइट्स इश्यू भी ओवर सब्सक्राइब हुआ था और इसके तहत कंपनी ने 53,124.20 करोड़ रु बाजार से इकट्ठा किए थे। कंपनी डिजिटल कारोबार एवं जियोमार्ट के विस्तार और कर्ज में कमी लाने के लिए इस राशि का इस्तेमाल करना चाहती है।
गत ग्यारह सप्ताह में रिलायंस के बाजार पूंजीकरण में 3.7 लाख करोड रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है।