नई दिल्ली। देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले शुक्रवार को को आठ लाख के आंकड़े को पार कर गए लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 62 फीसदी से अधिक हो गई है और अब तक पांच लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।
देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 62.42 फीसदी पहुंच गई जबकि कोरोना संक्रमितों के उपचार में केंद्र और राज्य सरकारों की तत्परता के कारण मृत्यु दर महज 2.72 प्रतिशत रही। गुरुवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 62.37 रही। बुधवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 62.02 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.75 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब तीन फीसदी का इजाफा हुआ है।
देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू लागू किया जा रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई रात 10 बजे से 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक 55 घंटों का संपूर्ण लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की गई है।
पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी को देखते हुए राजधानी कोलकाता समेत कई इलाकों में भी लॉकडाउन लागू किया गया है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आज से नौ दिनों के जनता कर्फ्यू को लागू किया गया है। इसके अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन लगाया जा रहा है।
देश में कोरोना वायरस की जांच की गति तेजी से बढ़ाई जा रही है। फिलहाल देश के 1169 लैब कोरोना नमूनों की जांच कर रहे हैं। इन सभी लैब ने मिलकर पिछले 24 घंटे में 2,83,659 नमूनों की जांच की । इस तरह अब तक कोरोना में 1,10,24,491 लोगों के स्वाब के नमूनों की जांच हो चुकी है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर आज कहा कि बढ़ती संख्या से चिंतित होने की जरुरत नहीं है। कोरोना जांच की गति तेज करने से अधिक मामले सामने आ सकते हैं। अभी यह देखना चाहिए कि उपचार के बाद ज्यादा से ज्यादा लोग स्वस्थ हो रहे हैं। देश में कोविड-19 प्रबंधन का मुख्य ध्यान मृत्युदर को कम करना है, जो यहां दुनिया के कई देशों की तुलना में कम है।
देश में सर्वाधिक कोरोना मरीज लद्दाख में ठीक हुए हैं। यहां कोरोना रिकवरी दर 86.73 प्रतिशत है। इसके बाद उत्तराखंड में रिकवरी दर 80.85 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 78.99 प्रतिशत, चंडीगढ़ में 77.06 प्रतिशत, दिल्ली में 76.81 प्रतिशत, राजस्थान में 75.65 प्रतिशत, त्रिपुरा में 75.34 प्रतिशत, हरियाणा में 74.91 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 74.21 प्रतिशत, गुजरात में 70.72 प्रतिशत और बिहार में 70.40 प्रतिशत है। इसके अलावा पंजाब, झारखंड, मिजोरम, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में रिकवरी दर 65 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोविड-19 संक्रमितों के बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के प्रतिबद्धता के कारण देश के 30 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेश में कोरोना मृत्युदर राष्ट्रीय औसत मृत्युदर 2.72 प्रतिशत से भी कम है। मणिपुर, नागालैंड, दादर नगर हवेली, दमन दीव, मिजोरम, अंडमान निकोबार और सिक्किम में कोरोना के कारण एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 8,19,599 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 7,93,802 थी। अब तक कुल 5,14,357 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 22,130 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 2,82,715 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में संंक्रमण के रिकाॅर्ड 7862 नये मामले दर्ज किए गए और 226 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या दो लाख के आंकड़े को पार कर 2,38,461 और मृतकों की संख्या बढ़कर 9893 हो गयी है तथा राज्य में अब तक 1,32,625 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं।
संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंचे तमिलनाडु में संक्रमितों की संख्या पहले ही एक लाख के पार हो गई थी, पिछले 24 घंटों में संक्रमितों की संख्या 3680 बढ़कर 1,30,261 पर पहुंच गयी है और इसी अवधि में 64 लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 1829 हो गई है। राज्य में 82,324 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी ने कहर बरपा रखा है और यहां संक्रमितों की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर गयी है। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2089 नये मामलों से कुल संक्रमित 1,09,140 हो गए। इस दौरान 42 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 3300 हो गयी है। राजधानी में अब तक 84,694 मरीज रोगमुक्त हुए हैं, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
देश का पश्चिमी राज्य गुजरात कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या मामले में चौथे स्थान पर है लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे स्थान पर है। गुजरात में अब तक 40,155 लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2023 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 28,183 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के अब तक 33,700 मामले सामने आए हैं तथा इस वायरस से 889 लोगों की मौत हुई है जबकि 21,787 मरीज स्वस्थ हो गए है। पश्चिम बंगाल में 27,109 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 880 लोगों की मौत हुई है और अब तक 17,348 लोग स्वस्थ हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्यों में तेलंगाना में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है यहां संक्रमितों की संख्या 30,946 हो गयी है, 331 लोगों की मौत हो चुकी है तथा अब तक 18,192 लोग बीमारी से ठीक हो चुके है। कर्नाटक में 33,418 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 545 लोगों की इससे मौत हुई है।
राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जोरों पर है और यहां संक्रमितों की संख्या 23,174 हो गयी है और अब तक 497 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17,620 लोग पूरी तरह ठीक हुए हैं।
आंध्र प्रदेश में 25,422 लोग संक्रमित हुए हैं तथा मरने वालों की संख्या 292 हो गयी है। हरियाणा में 19,934 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 290 लोगों की इस महामारी से मौत हुई है।
इस महामारी से मध्य प्रदेश में 638, पंजाब में 187, जम्मू-कश्मीर में 159, बिहार में 111, उत्तराखंड में 46, ओडिशा में 73, केरल में 28, झारखंड में 23, छत्तीसगढ़ में 17, असम में 35, पुड्डुचेरी में 17, हिमाचल प्रदेश में 10, गोवा में नौ, चंडीगढ़ में सात, जबकि दादर नगर हेवली, मेघालय, त्रिपुरा और लद्दाख और एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।