अजमेर। गत 13 जुलाई को बोर्ड के प्रायोगिक परीक्षाओं से वंचित विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल पुन: कराए जाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बाहर जमकर प्रदर्शन किया तथा मुख्य द्वार बंद कर दिया। कार्यकर्ताओं ने बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को ज्ञापन सौंपा।
बडी संख्या में एबीवीपी के कार्यकर्ता सुबह 11 बजे नारेबाजी करते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय पहुंच गए और जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे। इसी बीच आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बोर्ड का मुख्य द्वार बंद कर दिया। बोर्ड परिसर के भीतर पहुंचे तो ड्यूटी पर तैनात गार्ड ने मुख्य भवन के प्रवेश का चैनल गेट बंद कर दिया।
चैनल गेट बंद होने से एबीवीपी कार्यकर्ता जबरन भीतर प्रवेश कर गए। भीतर भी बोर्ड प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हंगामा बढते देख ऊपरी मंजिल का चैनल गेट बंद करवा दिया गया। मौके पर बोर्ड सचिव अरविंद सेंगवा पहुंचे तथा कार्यकर्ताओं की समझाइश कर मामला शांत करवाया।
सेंगवा ने पूरी बात ध्यान से सुनी तथा भरोसा दिलाया कि प्रैक्टिकल देने से वंचित रहे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड नहीं होने दिया जाएगा। इस बारे में बोर्ड आज ही उचित कार्रवाई करेगा।
विद्याथी परिषद के प्रदेश सह मंत्री मेहुल गर्ग ने आग्रह किया कि 12वीं कक्षा के जो विद्यार्थी स्कूल में बोर्ड की गलतियों के कारण प्रायोगिक परीक्षा से वंचित रह गए हैं उन सभी की प्रायोगिक परीक्षा तिथि घोषित की जाए। सभी वंचित छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा हो जाने तक 12वीं कला संकाय का परिणाम घोषित नहीं किया जाए।
इस अवसर पर परिषद के महानगर संगठन मंत्री महिपाल सिंह, महानगर मंत्री आसुराम डूकिया जंजीला, सहमंत्री उदय सिंह, विशाल रावत, बाबूलाल गुर्जर, रविन्द्रर सांखला, विकास गोरा, गजेंद्र सिंह टाक, शिवराज चौधरी, सुरेश गोदारा, अरुण यदुवंशी, सूरजभान, दिनेश चौधरी समेत बडी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।