सिरोही। भाजपा नगर अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल ने बिजली बिल के नाम पर आम जनता से मनमर्जी वसूली को सरकार का अन्याय और तानाशाही करार देकर कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार के अंदरूनी झगड़े में जनता को भगवान भरोसे छोड़ने का आरोप लगाया।
नगर अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रदेशभर के भाजपा मंडल स्तर पर पिछले 7 जुलाई को कोरोना प्रकोप का सामना कर रही एवं आर्थिक रूप से परेशान जनता के बिजली बिल माफी के लिए ज्ञापन देकर मांग की गई थी और उसमें बिजली कंपनियों की अनैतिक लूट तथा विद्युत दरों को कम करने के लिए लिखा गया था लेकिन सरकार ने अभी तक उस पर कोई ध्यान नहीं दिया है जिससे आमजन मे सरकार के प्रति आक्रोश है।
खंडेलवाल ने वर्तमान स्थिति को निंदनीय शर्मनाक बताते हुए आरोपों में कहा कि पिछले कुछ दिनों से सत्तारूढ़ पार्टी व कांग्रेस का सियासी घटनाक्रम चल रहा है उससे राज्य की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। कोरोना से जूझ रही जनता की मुख्यमंत्री को परवाह नहीं है एक और संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस नेता व सरकार मात्र सत्ता पर काबिज रहने वह अपने स्वार्थ की पूर्ति में लगे पड़े हैं।
सरकार के मंत्री बाड़ेबंदी के चलते होटलों में सिमट गए हैं। प्रशासनिक गतिविधियां भी थम सी गई है। जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है कोई दुख दर्द जानने पूछने वाला नहीं है। खंडेलवाल ने सवाल खड़े कर कहा कि राजस्थान सतर्क है और संवेदनशील व आमजन की सरकार के दावे केवल हवा हवाई एवं खोखले साबित हुए हैं।
भाजपा ने कहा कि एक और राज्य कांग्रेस सरकार ने कोरोना में वाहवाही लूटने के लिए 3 महीने के बिजली बिलों के स्थगन का आदेश दिया अब इसके विपरीत उच्चतम दर से बिल बनाकर वसूली की जा रही है इसे तत्काल रोका जाना चाहिए। बिल स्थगित करने के सरकार के फैसले को दरकिनार करके उपभोक्ताओं से पेनल्टी वसूलने का यह तरीका अन्याय एवं जनविरोधी कदम है।
जनता को भेजे गए इन दिनों बिजली के बिल दश गुना से अधिक भी कई लोगों को दिए गए हैं तथा इन दिनों में स्थाई शुल्क के नाम पर जमकर लूट मचाई जा रही है। भाजपा ने सुझाव देकर कहा है कि अविलंब विद्युत बिल जमा केंद्रों पर प्रशासन को हेल्प डेस्क शुरू करके मनमर्जी बने बिजली बिलों में सुधार करके आमजन को राहत दी जाए ताकि अधिक राशि बिलों से जनता परेशान ना हो।