चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4965 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 1.80 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 70 फीसदी से अधिक हो गयी है।
राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 70.12 फीसदी पहुंच गयी है जो सोमवार को 69.31 प्रतिशत रही थी। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर महज 1.45 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 180643 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 75 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 2626 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 4894 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और ठीक हुए कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 126670 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 51344 सक्रिय मामले हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह भी संक्रमण की बढ़ती दर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 1142 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 88,377 पहुंच गयी है जो आज जारी कर्नाटक राज्य के आंकड़ों से करीब डेढ़ गुना मामले हैं। संक्रमण के मामले में चौथे स्थान पर पहुंचे कर्नाटक में आज सुबह कुल 67,420 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 19 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1472 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 1298 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 71,949 हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 81.41 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.66 प्रतिशत है।
चेन्नई में कुल 14,956 सक्रिय मामले हैं जो सोमवार को 15,131 थे। सभी मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए चेन्नई तथा इसके आस पास के जिलों में लॉकडाउन को कुछ रियायतों और प्रतिबंधों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ा दी है।