जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पिछले कुछ समय से लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई राज्य सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किए जाने की ओर उनका ध्यान दिलाया है।
गहलाेत ने आज मोदी को लिखे पत्र में कहा कि यह जनमत का घोर अपमान और संवैधानिक मूल्यों की खुली अवहेलना है। कर्नाटक और मध्यप्रदेश में हाल में हुए घटनाक्रम इसके उदारहण हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, ऐसे में राजस्थान में भी चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है। उन्होंने पत्र में आराेप लगाया कि इस कृत्य में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित भाजपा के अन्य नेता और हमारे कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं।
गहलोत ने पत्र में कहा है कि इनमें से एक भंवरलाल शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता ने दिवंगत भैरो सिंह शेखावत सरकार को भी गिराने का प्रयास किया था। उस दौरान धनराशि भी विधायकों तक पहुंच चुकी थी, तब मैंने मुख्य विपक्षी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत, एवं प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करके इसका विरोध किया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का सदा अफसाेस रहेगा कि वर्तमान में जहां आम जनता के जीवन एवं आजीविका को बचाने की जिम्मेदारी केंद्र एवं राज्य सरकारों की है, इसके बीच में केंद्र में सत्ता पक्ष कोरोना प्रबंधन की प्राथमिकता छोड़कर कांग्रेस की राज्य सरकार को गिराने के षडयंत्र में कैसे भागीदारी निभा सकता है।