हिसार। हरियाणा महिला आयोग ने पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी नेता सोनाली फोगाट के हिसार मार्केट कमेटी के सचिव सुल्तान सिंह से चप्पलों व थप्पड़ों से मारपीट करने के मामले में सिंह को गिरफ्तार व निलंबित करने की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार महिला आयोग की प्रकरण में जांच पूरी हो गई है और मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री को उक्त सिफारिशें भेजी गई हैं। महिला आयोग के अनुसार सिंह के खिलाफ फोगाट ने पांच जून को एफआईआर दर्ज करवाई गई थी, मगर अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई, जबकि गिरफ्तारी होनी चाहिए थी।
महिला आयोग ने इसके साथ यह भी कहा कि मार्केट कमेटी सचिव ने आयोग के सामने टेंपर्ड दस्तावेज पेश किए हैं और गलत दस्तावेजों के आधार पर आयोग को गुमराह करने का प्रयास किया है। आयोग ने इसको लेकर सिंह को तत्काल निलंबित किए जाने, लाभ रोके जाने की सिफारिश की है।
आयोग ने यह भी कहा कि सुल्तान पर आइटी एक्ट में केस दर्ज होना चाहिए, क्योंकि इन्होंने वाट्सएप से सोनाली के बारे में गलत संदेश भेजे हैं। वहीं उपायुक्त हिसार ने जांच में सत्यापित दस्तावेज मांगे थे मगर सहयोग नहीं मिला।
महिला आयोग ने बिनैन खाप पंचायत के तथाकथित प्रधान शमशेर सिंह नैन के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। महिला आयोग ने कहा है कि इन्होंने जींद की पंचायत में फोगाट के खिलाफ अश्लील भाषा का प्रयोग किया था। कृषि मार्केटिंग बोर्ड की प्रशासक सुमेधा कटारिया के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश भी की गई है।
पांच जून की घटना के दो वीडियो वायरल होने के बाद सिंह और फोगाट, दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ मामले दर्ज कराए थे। फोगाट ने महिला आयोग में जांच के लिए अर्जी लगाई थी। इसके बाद राज्य महिला आयोग अध्यक्ष प्रतिभा सुमन और सदस्य सुमन बेदी टीम समेत जांच के लिए हिसार पहुंची थी।
आयोग के सामने फोगाट ने घटना संबंधी दस्तावेज और कुछ अन्य चीजें पेश की थी। इसमें एक ऑडियो भी थी। आरोप लगाया गया कि इस ऑडियो में फोगाट के बारे में सिंह ने कुछ आपत्तिजनक बातें बोली हुई थी। महिला आयोग ने यह ऑडियो सुनी और फोगाट को अपनी जगह पर सही बताया था। इसके अगले ही दिन सिंह ने महिला आयोग पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें भी अपना पक्ष रखने के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया था।
सिंह बिनैन खाप की शरण में भी पहुंचे थे और खाप के अलावा सरकारी कर्मचारियों ने भी फोगाट की गिरफ्तारी की मांग की थी। बाद में फोगाट को एक सरकारी कर्मचारी के कार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया लेकिन उसके दो ही घंटे बाद उन्हें जमानत दे दी गई थी। सिंह ने फोगाट की जमानत रद्द कराने की अर्जी कोर्ट में लगाई हुई है।