झालावाड़। राजस्थान के झालावाड़ जिले के खानपुर में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के मामले में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया जबकि शेष थाने के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम को झालावाड़ जिले के खानपुर थाना में एक युवक राजेश मीणा उर्फ भूरिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। युवक को पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था लेकिन गिरफ्तारी के बाद इसके बारे में उसके परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई। बाद में पुलिस से उन्हें यह सूचना मिली कि युवक की मौत हो चुकी है।
युवक के परिवार वालों का आरोप था कि पुलिस हिरासत के दौरान राजेश के साथ खानपुर थाने में पुलिसकर्मियों ने मारपीट की गई जिसकी वजह से उसने थाने में दम तोड़ दिया। उधर पुलिस का कहना है कि राजेश मीणा के खिलाफ उसकी मां इंदिराबाई ने ही खानपुर थाने में दूरभाष से शिकायत की थी कि वह शराब पीकर घर में घुसकर गाली गलौज करता है। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे लेकर थाना लेकर आए थे।
राजेश मीणा के परिवारजनों ने आरोप लगाया कि राजेश की मृत्यु होने और उसका शव अस्पताल में होने की सूचना ले लेकर खानपुर थाना प्रभारी कमल मीणा उनके घर आए थे और 50 हजार रुपए लेकर मामले को रफा-दफा करने को कहा था जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। युवक की मौत की सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में जमा हो गए और मृतक के परिजनों ने शव को उठाने से इंकार कर दिया।
इसके बाद झालावाड़ जिला पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए खानपुर थाना प्रभारी कमल चंद मीणा को निलंबित कर दिया जबकि थाने के अन्य सभी पुलिस कर्मचारियों को झालावाड पुलिस लाइन में हाजिरी देने के निर्देश दिए। इसके बाद ही मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव को ले लिया और उसका अंतिम संस्कार हो पाया। इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
इस घटना के बाद तनाव के हालत के मद्देनजर खानपुर नगर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है लेकिन अब हालात नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।