जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 के हर गंभीर मरीज की जीवन रक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों एवं मेडीकल कॉलजों से संबद्ध चिकित्सालयों में जल्द से जल्द जीवन रक्षक इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाएं।
गहलोत ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों, प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना नियंत्रण की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आगामी 10 दिनों में टोसिलीजूमेब इंजेक्शन एवं रेमीडेसिविर दवा की इन अस्पतालों में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, आइसीएमआर से अनुमति लेकर जिला अस्पतालों में प्लाज्मा बैंक स्थापित करने के काम को भी गति दी जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण रोकने एवं मरीजों के इलाज के लिए धन की कोई कमी नहीं आने देगी। हमारी पुरजोर कोशिश है कि इस बीमारी से मृत्युदर को न्यूनतम स्तर पर लाया जाए। इसके लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं सीएमएचओ इसके लिए आवश्यकतानुसार अपनी मांग के सम्बन्ध में प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजें। उन्होंने कहा कि जो मरीज ठीक हो रहे हैं, उन्हें प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया जाए ताकि आने वाले दिनों की जरूरत को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में प्लाज्मा उपलब्ध हो सके।
गहलोत ने कहा कि पिछले करीब पांच माह से चिकित्सकों, नर्सेज एवं पैरामेडिकल स्टाफ ने पूरे समर्पण के साथ काम करके कोरोना नियंत्रण की दिशा में एक मिसाल कायम की है। राजस्थान के सरकारी क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों ने कोरोना के प्रसार को रोकने में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य अस्पतालों का दौरा करें।