पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड ने राज्य सरकार के हिंदी सिनेमा जगत के नवोदित सुपरस्टार सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा के बाद राज्यसभा सांसद और शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ दिए बयान पर पलटवार किया और कहा कि राउत ने मर्यादा की लक्ष्मण रेखा पार कर दी है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने मंगलवार को यहां कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने मर्यादा की लक्ष्मण रेखा पार कर दी है। यह बेहद शर्मनाक और अशोभनीय है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ व्यक्तिगत आरोप लगाया है उसकी सार्वजनिक जीवन में राजनेताओं से अपेक्षा नहीं हो सकती।
प्रसाद ने कहा कि सुशांत सिंह मौत मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश को बिहार में हो रहे चुनाव से जोड़कर इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक रंग देने की शिवसेना की कोशिश उनकी हताशा और बौखलाहट को दर्शाता है।
मुंबई पुलिस की नाकामी को छुपाने में और अपराधियों को बचाने में जिस तरह से उनकी संलिप्तता दिख रही है उससे विवश होकर सुशान्त सिंह राजपूत के परिजनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस पूरे प्रकरण में सीबीआई जांच की सिफारिश करने का आग्रह किया, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस से सहयोग की उम्मीद के साथ उनसे मिलकर इस पूरे प्रकरण की सच्चाई देश के सामने लाने का पूरा प्रयास किया लेकिन मुंबई पुलिस ने बिहार पुलिस की जांच में कोई सहयोग नहीं किया तथा बिहार पुलिस की जांच में अड़ंगा भी डाला।
प्रसाद ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण में मुंबई पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। दिशा सलियान, जिया खान, गुलशन कुमार सहित कई प्रकरण में मुंबई पुलिस कभी कोई उचित कार्रवाई नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि राउत का यह कहना कि बिहार पुलिस मुंबई जाकर जांच नहीं कर सकती तो उन्हें संघीय ढांचे का ज्ञान जरूर होना चाहिए।
गौरतलब है कि राउत ने आज कहा कि बिहार में चुनाव का माहौल है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगता है कि इस मामले पर राजनीति करके उनको बिहार चुनाव में फायदा हो जाएगा। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में राजनीति करना ठीक नहीं है। देश के साथ उनकी भी संवेदना सुशांत के परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की अनुशंसा कुमार कैसे दे सकते हैं। महाराष्ट्र में अपराध हुआ है तो महाराष्ट्र की पुलिस ही जांच करेगी।
राउत ने कहा कि मैं नीतीश कुमार को समझदार नेता मानता था। वे सब जानते हैं। जहां तक मामले में हमारी पुलिस की ओर से असहयोग करने की बात है तो मुंबई पुलिस की तुलना स्कॉटलैंड पुलिस से की जाती थी। हमारे पुलिस कमिश्नर और उनकी टीम होशियार है।
वहीं, इस मामले की सीबीआई जांच की बिहार सरकार की अनुशंसा के बाद रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि यह मामला बिहार सरकार के कहने पर सीबीआई को ट्रांसफर नहीं हो सकता, क्योंकि बिहार पुलिस के इससे जुड़ने का कोई आधार नहीं है। यह मामला बिहार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
सीबीआई जांच की सिफारिश का कांग्रेस ने किया स्वागत
कांग्रेस नेता और बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की सीबीआई से जांच कराने संबंधी राज्य सरकार की सिफारिश का स्वागत किया और कहा कि प्रसन्नता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी दलों और राज्य की जनता की भावना का ख्याल रखा।
मिश्रा ने मंगलवार को यहां कहा कि कल विधान परिषद में उन्होंने और अन्य दलों के सदस्यों ने सरकार से जांच का दायरा बढ़ाने के लिए सुशांत मामले की सीबीआई जांच को लेकर आवाज उठाई थी और उन्हें प्रसन्नता है कि जनभावना, विपक्ष समेत सभी दलों तथा सुशांत के परिजनों की भावना के अनुरूप बिहार सरकार को सीबीआई से जांच शुरू कराने संबंधी सिफारिश अंततः भेजनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि सिर्फ सिफारिश भेजने की राजनीति की जगह मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार से मिलकर यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि सीबीआई इस मामले की जांच का जिम्मा ले।कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले को लेकर दो राज्य सरकारों के बीच अधिकार क्षेत्र के विवाद के कारण कई व्यवहारिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। राज्य सरकार सिर्फ सिफारिश भेज कर अपनी जिम्मेवारी समाप्त नहीं समझे।
मिश्रा ने कहा कि मुंबई गए बिहार पुलिस के अधिकारियों के साथ अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने की आ रही खबरों के बावजूद अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या बिहार पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री या वहां के पुलिस प्रमुख से कोई बातचीत न करना कई प्रकार के सवाल और संदेह को जन्म दे रहा है कि आखिर सिर्फ मीडिया में बयानबाजी क्यों की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह जनभावना से जुड़ा मामला है इसलिए इस मामले में कोई राजनीति करने की बजाय दोनों सरकार के आपसी सहयोग से जांच के दायरे को बढ़ाने की नितांत आवश्यकता है। विधान पार्षद मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अभिनेता सुशांत मामले की निष्पक्ष जांच और घटना के दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की पक्षधर है।
पार्टी चाहती है कि दोनों सरकारों के अधिकार क्षेत्र को लेकर जांच कार्य मे कोई अड़चन न आये तथा सीबीआई जांच एक तार्किक परिणति तक पहुंचे और सुशांत के चाहने वालों तथा उनके परिजनों को न्याय मिल सके।