पटना। जनता दल यूनाइेटड (JDU) ने बॉलीवुड के सुपरस्टार सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के मामले की जांच के लिए मुंबई गई पटना की पुलिस टीम को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के बयान पर पलटवार किया और कहा कि उन्होंने स्वयं अपनी ही पार्टी कांग्रेस की चालाक सियासत को बेनकाब कर दिया है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बुधवार को यहां कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला का बयान कि बिहार पुलिस को महाराष्ट्र भेजने का निर्णय अराजकता को बढ़ावा देगा, हैरानी पैदा करने वाला है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस किस कदर स्वार्थ और सुविधाओं की राजनीति करती है इसका सबसे बड़ा उदाहरण सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण है।
प्रसाद ने कहा कि एक तरफ जहां बिहार कांग्रेस के नेता विधानसभा और विधानसभा के बाहर सड़कों पर बिहार पुलिस को महाराष्ट्र भेजने की कार्रवाई का समर्थन करने का ढोंग कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर सुरजेवाला इसे असंवैधानिक करार देते हैं।
दरअसल एक साथ न्याय के लिए खड़ा होना और किसी सरकार एवं गठबंधन को बचाने की कोशिश करना दोनों को एक साथ साधने की यदि कांग्रेस कोशिश कर रही है तो जनता इस स्वार्थपरक राजनीति का माकूल जवाब देगी। उन्होंने कहा कि ऐसे ही बयानों और राजनीति के कारण आज कांग्रेस की ऐसी दुर्दशा हो रही है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान मुंबई पुलिस पर जो सवाल खड़े किये हैं उससे भी सुरजेवाला, कांग्रेस और शिवसेना को संदेश ग्रहण करने में मुश्किल नहीं होनी चाहिए।
गौरतलब है कि सुरजेवाला ने मंगलवार को कहा था कि बिहार सरकार महाराष्ट्र के अधिकार क्षेत्र में दखलअंदाजी नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि इस देश का संविधान और कानून यह कहता है किसी प्रदेश के अंदर कानून-व्यवस्था की जिम्मेवारी उस राज्य की सरकार की है। महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की पूरी जिम्मेवारी महाराष्ट्र सरकार की है।
सुरेजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संविधान दोबारा पढ़ना चाहिए। कुमार या बिहार की सरकार जबरन पुलिस भेज कर महाराष्ट्र के अधिकार क्षेत्र यानी परिधि के अंदर दखलअंदाजी नहीं कर सकती क्योंकि यदि एक राज्य की पुलिस दूसरे प्रदेश में जाकर जांच करेगी तो फिर अराजकता फैल जाएगी।