अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आज बुधवार को भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन संपन्न होने के बाद राम भक्तों ओर साधु संतों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। राम भक्तों ने कहा कि मंदिर-मस्जिद का विवाद खत्म हो गया है, अब अयोध्या के विकास की बात होगी।
देश के कोने कोने से आये राम भक्तों और साधू संतो में अत्यंत उत्साह देखने को मिला है और सबने एक स्वर में कहा कि आज 493 वर्षो बाद आम जनमानस का सपना पूरा हो रहा है। राम भक्तों ने कहा कि मंदिर-मस्जिद का विवाद खत्म हो गया है, अब राम की नगरी अयोध्या के विकास की बात होगी।
गुजरात प्रान्त के बडौदरा से आए अशोक पान्डियन ने कहा कि उन्हें राम में आस्था ने आज इस स्थान पर पहुंचा दिया। इसी प्रान्त के दिनेश पान्डियन ने बताया कि उन्हेंं इस बात का दुख है कि कि वे भूमि पूजन में शामिल नहीं हो सके लेकिन इस बात का गर्व है कि इस एतिहासिक घटना क्रम के साक्षी बने हुए हैं।
राजस्थान से आए अरूणेश शेखावत ने प्रशन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे क्षेत्र से 24 लोगों का दल अयोध्या में मौजूद है। इस बात की प्रसन्नता है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह एतिहासिक काम करके मनोबल बढा दिया है।
महाराष्ट्र से आए नन्दू पाटिल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पिता विवादित मस्जिद का ढांचा गिराये जाने के समय यहां मौजूद थे। अब इस संसार में वे नहीं है लेकिन उनकी आत्मा को भी प्रसन्नता हो रही होगी। उन्होंने कहा कि मैं उनके सपनों को साकार होते हुए देख रहा हूं। इसी प्रकार संतोष मिश्रा ने खुशी जताते हुए कहा कि यह एतिहासिक काम सदैव लोगों के दिल में समाया रहेगा।
बंगाल के कोलकोता से आए गौतम चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें इस बात का मलाल है कि वह इस आयोजन में शामिल नहीं हैं लेकिन वह आत्मिक रूप से इस कार्यक्रम में अपने आप का भागीदार हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बस्ती के मख क्षेत्र के मखौडा से सटे नेदुला गांव के निवासी समाजसेवी एवं राम भक्त शिवनायक पान्डेय ने बातचीत में बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया का भूमिपूजन का काम बहुत उत्साह के साथ सम्पन्न हो गया है। अब इस क्षेत्र के विशेष कर उत्तर प्रदेश में पर्यटन की दृष्टिकोण से एक क्रान्तिकारी परिवर्तन आएगा।
राम मंदिर के प्रति पूरे विश्व में और अधिक आस्था होगी। उन्होंने कहा कि इतिहास के पृष्ठों में देखा जाय तो मख क्षेत्र मखौडा का एक धार्मिक इतिहास है जहां श्री राम के पिता राजा दशरथ ने पुत्र की प्राप्ति के लिए यज्ञ कराया था। उन्होंने कहा कि आज यहां की धरती एक बार पुन: धन्य हो गई।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से आये मोहम्मद रासिब ने कहा कि इस भूमि पूजन के साथ ही मस्जिद-मंदिर के नाम पर राजनीति का अंत हो गया और अब विकास की बात होगी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम जी सबके लिए आराध्य हैं और सभी धर्म के लोग उनका सम्मान करते हैं।