अजमेर। रामन्मभूमि पर राम मंदिर के लिए हुए भूमि पूजन के उपलक्ष्य में बुधवार को जहां एक तरफ रामभक्त आनंदित होकर जश्न में डूबे हुए थे वहीं पुलिस प्रशासन ने खुशी के इस मौके में खलल डालने में कोई कोर कसर नहीं छोडी तथा सरकार का आदेश और कोरोना गाइडलाइन की आड लेकर धर्मप्रेमियों को परेशान किया।
विश्व हिन्दू परिषद के विभाग मंत्री एडवोकेट शशिप्रकाश इंदौरिया, प्रांतीय अधिकारी लेखराज सिंह राठौड़, जिला मंत्री संजय तिवारी, लोकेंद्र दत्त मिश्रा, शेखर ऊबाणा, ओम राय, कैलाश भाटी ने आरोप लगाया कि भूमि पूजन को लेकर मंदिर दर्शन को निकले आमजन को पुलिस अकारण ही सख्ती बरत रही थी।
राममन्दिर शिलान्यास के बाद हिन्दू समाज कोरोना वायरस को लेकर जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए खुशी व्यक्त कर रहा था। इसके बावजूद दीपोत्सव, मन्दिरों में आरती को रोकने का प्रयास किया गया। पुलिस ने जबरन कई मंदिरों के पुजारियों व महंतों को धमकाकर ताले लगवाने जैसा घृणित कृत्य किया।
रामभक्त तथा विहिप पुलिस की इस कार्रवाई की घोर निंदा करती है। घाटी वाले बालाजी, मेहन्दीपुर बालाजी, सीताराम मन्दिर, नयाबाजार, राजा साइकल चौराहा आदि स्थानों पर पुलिस ने जिस तरह दमनात्मक कार्रवाई की तथा मन्दिरों पर दर्शनों से रोका तथा ताले लगवाए। पुलिस की इस कार्रवाई से हिन्दू समाज में रोष व्याप्त है।