पटना। बिहार में पिछले चौबीस घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के 4071 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 86812 हो गई वहीं संक्रमण की चपेट में आए 15 लोगों ने जान गंवा दी है ।
स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को 10 अगस्त की जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पटना जिले में सर्वाधिक 552 पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद बेगूसराय में 225, पूर्वी चंपारण में 208, भागलपुर में 195, गया में 172, कटिहार में 164, बक्सर में 162, मधुबनी में 143, मुजफ्फरपुर में 124, अररिया में 123, रोहतास में 121, पूर्णिया में 119, समस्तीपुर में 117, पश्चिम चंपारण में 112, सारण में 106 और वैशाली में 103 लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं।
इसी तरह नालंदा जिले में 98, सीवान में 94, सहरसा में 91, किशनगंज और मुंगेर में 83-83, भोजपुर में 78, सुपौल में 76, लखीसराय में 75, मधेपुरा में 73, गोपालगंज में 72, औरंगाबाद और सीतामढ़ी में 64-64, जहानाबाद में 57, शेखपुरा में 46, खगड़िया में 44, नवादा में 40, बांका में 39, दरभंगा और जमुई में 36-36, अरवल में 34, शिवहर में 22 तथा कैमूर में 16 संक्रमित पाए जाने की पुष्टि हुई है।
इनमें से पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और कर्नाटक के रायचूर के एक-एक व्यक्ति का सैंपल पटना में तथा उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक व्यक्ति का रोहतास में और कुशीनगर के एक व्यक्ति का सैंपल पश्चिम चंपारण में लिया गया और वे पॉजिटिव पाए गए। इस तरह 4071 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 86812 हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 लीटर अथवा अधिक की क्षमता वाले 5000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की आपूर्ति की जाये ताकि ऑक्सीजन युक्त बेडों की संख्या शीघ्र बढ़ायी जा सके। केन्द्र सरकार से आग्रह है कि 3000 हाईफ्लो नेजल कैनुला उपलब्ध करायी जाए, जिससे गंभीर लक्षण वाले मरीजों को भी ऑक्सीजन की उपलब्धता आसानी से हो सके। इससे मरीजों को 40-60 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन दिया जा सकता है।
कुमार ने कहा कि जुलाई से बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। अब तक राज्य में 82 हजार 741 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं, जिनमें एक्टिव मरीज 28151 हैं। 54139 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं और अब तक 450 लोगों की मौत हो चुकी हैं। राज्य में स्वस्थ होने वालों की दर 65.43 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि पहले से जांच की संख्या अधिक होने से पॉजिटिव मामले 7.5 प्रतिशत से घटकर पांच प्रतिशत पर आ गये हैं। राज्य का मृत्यु दर 0.54 प्रतिशत है। अब तक कुल 10 लाख 97 हजार 252 लोगों के कोरोना संक्रमण की जांच की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए त्रि-स्तरीय इलाज की व्यवस्था की गई है। 310 कोविड केयर सेंटर, 150 डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और 10 चिकित्सा महाविद्यालयों में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ अस्पताल कार्यरत हैं। अभी 32 हजार 124 बेड उपलब्ध हैं, जिनकी संख्या बढ़ाकर 70 हजार करने की कोशिश की जा रही है। 10482 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हैं, जिनमें 2482 ऑक्सीजन गैस पाइप के माध्यम से तथा आठ हजार ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से बेडों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।
कुमार ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। उन्हें टेली मेडिसिन और मेडिकल किट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कॉल सेंटर के माध्यम से मरीजों के दैनिक स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने पीएम केयर फंड के माध्यम से 500 बेड के दो कोविड अस्पतालों का निर्माण पटना के बिहटा और मुजफ्फरपुर में कराये जाने को लेकर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि राज्य का जनसंख्या घनत्व 1102 है, जो राष्ट्रीय औसत 382 की तुलना में काफी अधिक है। जनसंख्या घनत्व अधिक होने के कारण इस तरह की परिस्थितियों से निपटने में और ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, हमलोगों का लक्ष्य है प्रतिदिन एक लाख से अधिक कोरोना संक्रमण की जांच हो। बिहार में हम सभी लोगों की जांच कराना चाहते हैं, जिससे कोरोना संक्रमितों की पहचान कर उनका बचाव किया जा सके। लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। 90 प्रतिशत से अधिक लोग अब मास्क का प्रयोग कर रहे हैं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे-बच्चियों, गर्भवती महिलाओं एवं अन्य गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों को जरूरी होने पर ही बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है अन्यथा उन्हें घर में ही रहने को कहा जा रहा है।
कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया में फैला हुआ है और ये कब तक चलेगा कहा नहीं जा सकता है। पूरे विश्व में इसकी वैक्सीन के लिए काम चल रहा है। पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भी वैक्सीन का पहला परीक्षण किया गया है। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। बिहार केंद्र के दिशा-निर्देश का पूरी तरह से पालन कर रहा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को हरसंभव राहत देने के कार्य किए जा रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि मिलकर कोरोना संक्रमण से निपटने में सफल होंगे।