जैसलमेर। राजस्थान में जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील के रुणेचा गांव में हर वर्ष आयोजित होने वाले विख्यात रामदेवरा मेले पर कोरोना संक्रमण के चलते इस बार स्थानीय प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का यहां आना जारी है।
रामदेवरा मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु पदयात्रा और वाहनों के जरिए आते हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते इस मेले का रद्द कर दिया गया। इसके बावजूद बड़ी संख्या में पैदल और वाहनों के जरिए श्रद्धालुओं के आने के सिलसिले को देखते हुए जिला प्रशासन ने रामदेवरा की सीमाएं पूरी तरह सील करवा दी।
श्रद्धालुओं को समझाकर सीमा से ही लौटाया जा रहा है। रामदेवरा कस्बे में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था के लिये आरएसी के जवान तैनात किए गए हैं एवं बेरोकेटिंग लगाई गई हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि होटल, धर्मशालाओं को भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी यात्री को अपने यहां नहीं ठहराएं। श्रद्धालु बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने के लिये मुख्य प्रवेश द्वार तक पहुंच रहे थे और वहां एलसीडी, एलईडी से बाबा की समाधि के दर्शन कर रहे थे।
बाबा रामदेव समाधि समिति की तरफ से भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से समाधि स्थल के मुख्य द्वार पर लगे एलईडी एलसीडी को बंद करवा दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि 20 अगस्त से शुरु हो रहे बाबा रामदेव का भादवा मेला आयोजित होने जा रहा था जो इस बार स्थगित कर दिया गया है, लेकिन ज्यादातर लोग बाबा की समाधि के दूर से ही दर्शन करने की मंशा लेकर यहां आ रहे थे।
इस संबंध में समाधि समिति के बैठक आयोजित हुई जिसमें सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि प्रशासन के जो भी दिशा निर्देश होंगे उन्हें समाधि समिति पूर्ण रुप से पालन करेगी।
रामदेवरा क्षेत्र में कोरोना जैसी बीमारी यहां पर पांव नहीं फैलाए इसके लिए प्रशासन और समाधि समिति मिलकर कार्य करेगी। समाधि समिति ने निर्णय किया है कि जब तक समाधि के मुख्य द्वार नहीं खुलेंगे तब तक मुख्य द्वार पर लगे एलसीडी एलईडी को चालू नहीं किया जाएगा।