जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वर्तमान में समय में देश में लोकतंत्र बचाने की बड़ी चुनौती है और लोकतंत्र बचेगा तभी देश बचेगा।
गहलोत ने आज यहां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय मुख्य समारोह में ध्वजारोहण के बाद सम्बोधित करते हुए कहा कि देश में विविध सम्प्रदाय और जातियों के लोग हैं। महात्मा गांधी के समय से ही कांग्रेस की नीतियां समरसता की थी।
इसलिए हमारे देश में लोकतंत्र मजबूती से जड़ जमाए है, लेकिन अब लोकतंत्र के सामने संकट खड़ा हो गया है। पूर्वजों ने शहादत देकर हमें स्वतंत्रता के साथ ही लोकतंत्र दिया है, उसे बचाने के लिए जो भी कीमत चुकानी पड़े, हम चुकाएंगे। तभी हम बच पाएंगे।
उन्होंने कहा कि सेनानियों ने आजादी के लिए त्याग और बलिदान दिए। उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। लाठियां और गोलियां खाई और हम महात्मा गांधी के अहिंसा के रास्ते पर चलकर आजाद हुए है। जिससे दुनिया में एक संदेश गया और हमारा मान-सम्मान बढ़ा। इससे पहले झंडाराेहन के बाद लोक कलाकारों में मनमोहन प्रस्तुती दी।
गहलोत ने इसके बाद 74वें स्वतंत्रता दिवस पर बड़ी चौपड़ में होने वाले सरकारी कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकारें तो आती-जाती रहती हैं, लेकिन सत्ता का घमंड नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार संवैधानिक तरीके से बनी सरकारों को हटाने का षड़यंत्र कर रही है, जिसे हमने राजस्थान में पूरा नहीं होने दिया। उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार गिराने की कोशिश की गई।
गहलोत ने कहा कि जब कोरोना पूरे विश्व में फैल चुका है। देश में लॉकडाउन भी किया गया। राज्य में सभी ने सहयोग किया। अनलॉक के बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। आने वाले समय में राज्य को पटरी पर लाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में डोटासरा ने किया ध्वजारोहण
राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर में 74वें स्वतंत्रता दिवस पर आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने सुबह ध्वजारोहण किया।
इस अवसर पर डोटासरा ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते हुए समाज के कमजोर, पिछड़े व गरीब वर्ग का कल्याण करना वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती है और कांग्रेसजनों को इस कसौटी पर खरा उतरना है।
देश में आतंकवाद, नक्सलवाद जैसी समस्याएं देश की एकता एवं अखण्डता के लिए खतरा है। इसलिए हम सभी कांग्रेसजनों का दायित्व है कि अलगाववादी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर देश को अक्षुण्ण बनाए रखें।
उन्होंने कांग्रेसजनों को आजादी के संघर्ष में पार्टी के योगदान तथा बलिदानों का स्मरण कराते हुए कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद देश में विकास के जो नए आयाम स्थापित किये उसके फलस्वरूप 21वीं सदी के प्रगतिशील भारत का निर्माण हुआ है। देश के समक्ष आने वाली सभी चुनौतियों का सामना कांग्रेस में निहित मूल्यों एवं सिद्धांतों के अनुपालन से किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बुलाकीदास कल्ला, डॉ. चन्द्रभान, मंत्रिमण्डल के सदस्य प्रतापसिंह खाचरियावास, सालेह मोहम्मद, डॉ. महेश जोशी और अन्य कांग्रेस के पदाधिकारी एवं पूर्व विधायक मौजूद थे।