जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्रसिंह राठौड़ को सदन से निकालने तथा विधेयकों को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ जिससे सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी। बाद में विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सोमवार को सरकार की ओर से आठ विधेयक लाए जाने थे लेकिन इससे पहले कार्य सलाहकार समिति की हुई बैठक में पांच और नए विधेयक लाने का प्रस्ताव तैयार किया गया। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई।
सदन की कार्यवाही की शुरूआत में सदन के पटल पर 13 विधेयक रखने पर हंगामा हो गया। हंगामा बढ़ने पर आसन ने सदन की कार्यवाही को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया। दुबारा सदन जुटने पर भी हालात वही रहे। इस पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने हंगामा कर रहे उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ को सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव रखा। हालात को देखते हुए अध्यक्ष ने उनके प्रस्ताव को मान लिया और राठौड़ को बाहर जाने के लिए कहा।
इस पर सदन में फिर हंगामा हो गया और भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। राठौड़ को बाहर निकालने के मसले पर सदन में गतिरोध पैदा हो गया। लिहाजा आसन ने एक बार फिर सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया लेकिन सदन के दुबारा जुटने पर सत्ता पक्ष आसन के आदेश को अमल पर लाने के लिए अड़ गया जिससे गतिरोध कायम रहा। इस बीच हो हल्ले और हंगामे के दौरान सात विधेयक पारित हो गए। इनमें कुछ पर चर्चा हुई और कुछ पर नहीं हुई।
इसके बाद प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि एक ही दिन में पांच नए विधेयक लाने के खिलाफ हमारा वाकआउट है। यह कहकर भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और बाहर निकल गए।
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