कोटा। राजस्थान में कोटा के जिले के खातोली क्षेत्र में गोठड़ा कला गांव के पास हुई नौका दुर्घटना के बाद अब प्रशासन ने अवैध नौकाओं के संचालन के खिलाफ अभियान छेड़ा है।
चंबल नदी में गोठड़ा कला गांव के पास नाव पलटने से तेरह लोगों की जान चली जाने के बाद जिला प्रशासन ने अगले तीन दिनों में नदियों, नहरों, तालाबों में चल रही नावों की जांच कर अवैध नावों का संचालन रोकने, उन्हें जब्त करने का निर्देश दिए।
बताया जा रहा है कि चंबल नदी और उसकी प्रमुख सहायक नदियों परवन, पार्वती, कालीसिंध आदि में पिछले कई दशकों से अवैध रूप से नोंकाओं का संचालन हो रहा है और उनमें से कई तो बेहद जर्जर हालत में है जिनके संचालन का न तो परिवहन विभाग से लाइसेंस लिया हुआ है और न ही इन नौकाओं को संचालित करने वाले नाविकों को नौका चलाने के बारे में कोई विधिवत प्रशिक्षण हासिल है।
हाड़ौती के चारों जिलों कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां के जिन- जिन गांव में बड़े तालाब है, उनमें से ज्यादातर में मछली पालन सहित सिंघाड़े, कमल गट्टा आदि पैदा की जाती है। कुछ जगह ग्राम पंचायतें भी इन तालाबों को साल भर के लिए ठेके पर देती है और तालाबों में कई नाव अथवा छोटी डोंगिया संचालित हो रही है।
कोटा से मात्र 15 किलोमीटर दूर स्थित बूंदी जिले के केशोरायपाटन से कोटा जिले के लिए चंबल नदी में नौकाओं का संचालन होता है जिनमें आसपास के गांव के ग्रामीणों के अलावा राजकीय या निजी संस्थानों में सेवारत कर्मचारी भी इन नौकाओं के जरिए सफर तय करते हैं और इन लोगों के निजी दुपहिया वाहन भी साथ होते हैं। अपने दुपहिया वाहनों से सड़क के रास्ते से कई किलोमीटर लंबा सफर तय करने के बजाय यह कर्मचारी अपने वाहन सहित नाव से नदिया के आर पार आते जाते हैं।
कोटा बैराज की डाउनस्ट्रीम में कोटा से लेकर धौलपुर जिले तक के चंबल नदी के क्षेत्र को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने राष्ट्रीय घड़ियाल घड़ियाल अभयारण्य घोषित कर रखा है जो देश का इकलौता घड़ियाल अभयारण है और इसी अभयारण क्षेत्र में कोटा के रानपुर, बूंदी जिले के केशोरायपाटन सहित सवाई माधोपुर, धौलपुर जिलो तक सैकड़ों नावों से रोजाना बजरी का गैर कानूनी रूप से खनन करने की खबरें आती है। नदी के तट से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रक आदि के जरिए उसका परिवहन होता है। अब प्रशासन ने अवैध नौकाओं के संचालन पर रोक का अभियान छेड़ा हैं।
नाव हादसे के मामले में पांच आरोपी अरेस्ट
कोटा जिले के खातोली क्षेत्र में चंबल नदी में हुए नौका हादसे के मामले में पुलिस ने आज सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के बाद इस मामले में नामजद किए गए सभी आरोपी जिनमें नाव का मालिक भी शामिल है, को गिरफ्तार करने में सफलता मिली जो घटना के बाद फरार हो गए थे।
सूत्रों ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के लिए कोटा जिला ग्रामीण पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित की थी। मुखबिरों से इन सभी आरोपियों के खातोली के आसपास के जंगल में छुपे होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घेराबंदी करके आज पांच आरोपियों महेंद्र मीणा, हेमराज मीणा, रामकुमार केवट, अमरलाल केवट और विनोद केवट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली।
पुलिस के अनुसार इन सभी आरोपियों के खिलाफ महामारी अधिनियम की धारा 3 सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत नाव में क्षमता से अधिक यात्री भरकर मानव जीवन को संकट में डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को खातोली थाना क्षेत्र के गोठड़ा कला गांव के पास चंबल नदी में एक नाव के डूब जाने से 13 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।