नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चीन को खुफिया जानकारी उपलब्ध कराने में आरोप में स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा के साथ चीन की एक महिला और एक नेपाली मूल के शख्स को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस ने राजीव को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि राजीव के पास से रक्षा से जुड़े कुछ गोपनीय दस्तावेज बरामद किए हैं। राजीव को इसके बदले शेल कंपनियों के जरिए पैसा दिया जाता था।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव ने शनिवार को बताया कि राजीव के खिलाफ 13 सितंबर को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और 14 सितंबर को उसे गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस पूछताछ में राजीव ने स्वीकार किया कि उसने रक्षा से जुड़े गुप्त दस्तावेज चीनी नागरिक माइकल और जॉर्ज को डिजिटल माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराई थी। इसके बदले में उसने बड़ी रकम हासिल की थी।
पुलिस का दावा है की राजीव ने 2010 और 2014 के बीच उसने ग्लोबल टाइम्स में साप्ताहिक कॉलम लिखे। उनके लेखों की समीक्षा करने बाद चीन के खुफिया एजेंट माइकल राजीव के संपर्क में आया। वर्ष 2016-2018 के बीच उसने माइकल और जोऊ के संपर्क में रहा और इस दौरान उसने भारत चीन संबंधों को लेकर कई खुफिया दस्तावेज मुहैया कराए।
जनवरी 2019 में राजीव चीनी नागरिक जॉर्ज के संपर्क में आया। वह नेपाल के रास्ते चीन जाकर जॉर्ज से मुलाकात की। इस दौरान जॉर्ज ने राजीव को तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा से संबंधित जानकारी देने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि राजीव ने जनवरी 2019 से सितंबर 2020 तक जॉर्ज के जरिए 10 किस्तों में 30 लाख रुपये से अधिक हासिल किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है तथा इस साजिश में शामिल अन्य विदेशों नागरिकों के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।