मुंबई। महाराष्ट्र में मुम्बई की एक स्थानीय अदालत ने रविवार को धर्मा प्रोडक्शंस के पूर्व कार्यकारी पदाधिकारी क्षितिज रवि प्रसाद को तीन अक्टूबर तक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की हिरासत में भेज दिया।
एनसीबी ने हाल ही में प्रसाद को सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में ड्रग्स संबंधी जांच में गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी के शीर्ष अधिकारी मुरारी लाल ने बताया कि सह आरोपी करमजीत सिंह आनंद के कहने पर प्रसाद एक सप्लायर संकेत पटेल से ड्रग्स खरीदा करता था और पटेल ने कईं बार उसे गांजे की आपूर्ति की है।
पटेल इस समय जमानत पर है और उसने बताया कि मई से जुलाई के दौरान 12 बार प्रसाद के अंधेरी स्थित घर के बाहर ड्रग्स की आपूर्ति की गई थी। उसने कहा कि प्रत्येक 50 ग्राम के पैकेट के बदले उसे 3500 रूपए का भुगतान किया गया। कुल 600 ग्राम गांजे के लिए उस दौरान 42 हजार रूपए का भुगतान किया गया।
इसी तरह एक अन्य आरोपी अंकुश अनरेजा के एक बयान के आधार पर एनसीबी ने 25 सितंबर को प्रसाद के घर की तलाशी ली। हालांकि शुरुआत में जांच एजेंसी ने पिछले शुक्रवार को इसका खंडन किया गया था। एनसीबी ने रिमांड याचिका की अपील करते हुए अदालत से कहा कि प्रसाद के घर से गांजा के रोल, दस्तावेज और उपकरण जब्त किए गए हैं।
पूछताछ में प्रसाद ने स्वीकार किया कि उसने पटेल के जरिए अनरेजा और कमरजीत से हशीश खरीदी थी और इस बयान के बाद जांच एजेंसी ने प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया था। प्रसाद की गिरफ्तारी के साथ ही अब तक कुल 20 लोगों को एनसीबी गिरफ्तार कर चुकी है।