भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी एवं राज्य की मंत्री इमरतीदेवी को लेकर की गई टिप्पणी के एक दिन बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा।
कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि उन्हाेंने अपने 40 वर्ष के सार्वजनिक जीवन में सदैव महिलाओं का सम्मान किया है और वे सदैव महिलाओं का सम्मान करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन वह महिलाओं के सम्मान का दिखावा कर कुत्सित राजनीति नहीं करेंगे। कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि उन्होंने डबरा की सभा में अपने संबोधन में कोई भी असम्मानजनक टिप्पणी नहीं की है।
उन्होंने चौहान को संबोधित करते हुए आरोप लगाया है कि कहा कि इसके बावजूद उन्होंने झूठ पराेस दिया। जिस शब्द की तरफ इंगित किया जा रहा है, उस शब्द के कई मायने हैं। कई तरह की व्याख्याएं हैं। लेकिन सोच में खोट अनुसार वे (चौहान) और उनकी पार्टी अपनी मर्जी से व्याख्या कर झूठ परोस रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों का वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस मामले में झूठ परोस रही है। उनका दावा है कि लेकिन राज्य की जनता किसी बहकावे में आने वाली नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि राज्य में भाजपा के शासन में महिलाओं पर अत्याचार पहले भी बढ़े थे और अब फिर बढ़ गए हैं। इसलिए भाजपा नेताओं को वास्तव में इन मुद्दों को लेकर मौन उपवास करना चाहिए था।
कमलनाथ का कहना है कि वास्तव में महिला का अपमान राज्य के एक मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने किया है, जो भाजपा के अनूपपुर से भाजपा के प्रत्याशी हैं। वे कांग्रेस प्रत्याशी से संबंधित महिलाओं के बारे में किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बारे में भाजपा नेताओं को बोलना चाहिए।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से अपेक्षा की है कि वे राजनीतिक शुचिता और नैतिकता का वास्तविकता में पालन करेंगे और राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए वास्तविक एवं गंभीर प्रयास भी करेंगे।