ग्वालियर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित चुनावी सभाओं में शामिल तो हुए, लेकिन वे पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमले से परहेज करते हुए दिखाई दिए।
पायलट ने कल ग्वालियर चंबल अंचल की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान चार सभाओं को संबोधित किया। इन सीटों पर तत्कालीन कांग्रेस नेता सिंधिया का प्रभाव माना जाता है और सिंधिया तथा पायलट बेहतर दोस्त भी माने जाते हैं। कांग्रेस नेता पायलट ने अपने प्रचार के दौरान राज्य की भाजपा सरकार और यहां तक कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी हमले बोले, लेकिन सिंधिया के बारे में बोलने से वे बचते हुए नजर आए।
इस बीच सिंधिया और पायलट की कल यहां हवाईअड्डे पर कुछ पलों के लिए मुलाकात हुई। दरअसल सिंधिया चुनाव प्रचार के लिए कहीं जा रहे थे और उसी समय पायलट ग्वालियर पहुंचे। वे दोनों कुछ वक्त के लिए हवाईअड्डे पर मिले।
पायलट ने आज यहां मीडिया से चर्चा में सिंधिया के साथ कल की मुलाकात के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा कि वो (सिंधिया) अपना कार्य कर रहे हैं और हम अपना। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में 28 विधानसभा उपचुनावों को लेकर उन्हें जो सूचनाएं मिल रही हैं, उसके अनुसार हमारे प्रत्याशी अच्छे मतों से जीतेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में जनकल्याण के लिए बेहतर सरकार की जरुरत है। इसके लिए कांग्रेस की सरकार आवश्यक है।
सिंधिया वर्षों तक कांग्रेस में रहने के बाद इसी वर्ष मार्च माह में भाजपा में शामिल हुए हैं और मध्यप्रदेश से भाजपा के टिकट पर राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं। राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट के साथ उनकी बेहतर मित्रता मानी जाती है। पायलट आज भी इस अंचल में अनेक चुनावी सभाएं ले रहे हैं।