सोनीपत। हरियाणा की सोनीपत पुलिस ने जहरीली शराब के कारण जिले में लगातार हो रही मौतों के सिलसिले में गत शुक्रवार देर रात मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गुमड़ गांव में शनिवार को तीन और लोगों की मौत हो गई जिससे जिले में जहरीली शराब से मरने वालों की कुल संख्या 28 हो गई है।
इस बीच राज्य सरकार द्वारा पानीपत और सोनीपत में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों को लेकर आश्रितों के लिये दो-दो लाख रूपये के मुआवजे के एलान के बाद गुमड़ गांव के ग्रामीणों ने 20 घंटे से लगाया गया सड़क जाम खोल दिया और शवों के अंतिम संस्कार कर दिए। गांव में आज एक साथ तीन चिताएं जलीं। अब ग्रामीणों ने गुमड़ गांव में शराब न बिकने देने की घोषणा की है।
इस बीच सोनीपत पुलिस ने शराब के अवैध धंधे से जुड़े 15 लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से करीब 60 पेटी शराब बरामद की है। वहीं कच्ची शराब बनाने की फैक्ट्री भी पकड़ी गई है। पुलिस की एसआईटी ने शुक्रवार रात जहरीली शराब की सप्लाई करने के मुख्य आरोपी शराब ठेकेदार और उसके पांच साथियों को गिरफ्तार कर लिया। वह नकली शराब तैयार कर गली-मोहल्लों में बिक्री करने वालों को सप्लाई करता था।
मुख्य आरोपी आबकारी विभाग का मान्यता प्राप्त ठेकेदार है। उसके महलाना रोड पर शराब के दो ठेके हैं। आरोपी के शराब ठेके से अवैध शराब की 45 पेटी और सप्लाई करने के लिए भेजी गई 15 पेटी शराब पकड़ी गई है। पुलिस ने देसी शराब बना रहे दो युवकों को भी गिरफ्तार किया है।
वहीं गन्नौर के गांव गुमड़ में शव रखकर 20 घंटे से सड़क पर जाम लगाए बैठे ग्रामीणों को समझाकर पुलिस-प्रशासन ने जाम खुलवाया। गुमड़ गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और 31 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। मृतकों की शिनाख्त सुरेश, सुरेंद्र, राकेश, जयपाल, प्रदीप, तीर्थ, विक्रम, शमशेर और दुलारचंद के रूप में की गई है।