जयपुर। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की 7-8 नवंबर आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं साधारण सभा बैठक में प्रमुख रूप से तीन प्रस्ताव नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, कोरोना काल की चुनौतियों का सामना मिलजुल कर करें तथाशिक्षा और शिक्षकीय समस्याओं का निराकरण अविलंब किया जाए पारित किए गए।
बैठक का शुभारंभ क्षत्रवीर सिंह राठौर द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इसके बाद महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा ने गत बैठक की कार्यवाही विवरण का वाचन किया जिसका ध्वनिमत से अनुमोदन किया गया।
अंकेक्षित आय व्यय पत्रक कोषाध्यक्ष संजय कुमार राउत ने तथा शिवानंद सिंदनकेरा ने महामंत्री प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रतिवेदन में वर्ष भर पूरे देश में संपन्न विविध कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों का उल्लेख किया गया। जिसे आंशिक संशोधन के साथ ध्वनिमत से पारित किया गया।
सभी राज्यों के वृत्त कथन राज्यों के अध्यक्ष व महामंत्री द्वारा प्रस्तुत किए गए। इसके अतिरिक्त वार्षिक सदस्यता शुल्क में वृद्धि का निर्णय भी सर्वसम्मति से लिया गया। महासंघ के संविधान में संशोधन करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष का एक पद एवं अतिरिक्त महामंत्री का एक नवीन पद सृजित करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
कोरोना महामारी के कारण कार्यकारिणी के कार्यकाल में वृद्धि का निर्णय भी लिया गया एवं स्थिति सामान्य होने पर निर्वाचन सम्पन्न कराने हेतु अध्यक्ष को अधिकृत किया गया।
अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेन्द्र कपूर ने वार्षिक कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए सभी से आग्रह किया कि पूर्व निर्धारित अपने सभी कार्यक्रम शीघ्र पूर्ण करें। सदस्यता ही संगठन का आधार है इसे अभियान चलाकर शीघ्र पूर्ण करें। कर्तव्य बोध कार्यक्रम 12 से 23 जनवरी 2021 के बीच गरिमामय तरीके से संपन्न किए जाएं। गुरु वंदन कार्यक्रम को निचली इकाई तक ले जाएं।
दत्तोपंत ठेंगड़ी जन्म शताब्दी वर्ष में सभी राज्यों में व्याख्यान माला आयोजित हो, आत्म निर्भर भारत की दिशा में भी कार्य को गति दी जाए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सभी राज्य संगठन अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें। आपने बताया कि आगामी 30-31 जनवरी 2021 को कर्णावती अहमदाबाद में अभा कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न होगी जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डाॅ मनमोहन वैद्य का सान्निध्य भी प्राप्त होगा।
इस बार ‘एकात्म मानव दर्शन’ विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन फरवरी 2021 के उत्तरार्द्ध के पूर्वार्द्ध में सम्पन्न होगा। इसी प्रकार केंद्रीय कार्यकर्ता अभ्यासवर्ग मई-जून 2021 में शिमला में प्रस्तावित है।
संगठन के विस्तार हेतु कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए केंद्रीय विद्यालय, नवोदित विद्यालय और उच्च शिक्षा कै व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों में भी कार्य विस्तार का लक्ष्य रखा। सभी आयामों और प्रकोष्ठों को और गतिमान किया जाए।
‘मानव अधिकार’ तथा नारी-भारतीय दृष्टि में पुस्तक के प्रकाशन की जानकारी भी दी गई। ‘संगठन की विकास यात्रा’ एवं ‘परिचय कार्य और विस्तार’ तथा स्वर्गीय मुकुंद राव कुलकर्णी के जीवन वृत्त आधारित एक ग्रंथ के प्रकाशन की जानकारी भी दी गई।
महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष प्रो जगदीश प्रसाद सिंघल ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला एवं इसके क्रियान्वयन हेतु अखिल भारतीय स्तर पर महासंघ द्वारा गठित उच्च शिक्षा के 9 एवं विद्यालयी शिक्षा के 5 समूहों को आवश्यक सुझाव देने का आग्रह किया।
शिक्षकीय समस्याओं के संबंध में महासंघ द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी भी विस्तार से दी, साथ ही राज्य संगठनों द्वारा रखी गई शिक्षकीय समस्याओं को भी गंभीरता पूर्वक सुना गया तथा उनके समाधान हेतु आवश्यक पहल करने के लिए आश्वस्त किया गया।
सभी सदस्यों से आग्रह किया कि हम सब विपरीत परिस्थितियों में कार्य करने वाले हैं, इसलिए हमें कभी भी निराश होने की आवश्यकता नहीं है। विपरीत धारा में चलने का अभ्यास करें एवं बड़ा लक्ष्य लेकर चलें तो सफलता अवश्य मिलेगी।
कार्यक्रम का संचालन महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा ने तथा आभार प्रदर्शन अतिरिक्त महामंत्री डॉ निर्मला यादव ने किया। बैठक के अंत में कोरोना काल में दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कल्याण मंत्र के साथ बैठक सम्पन्न हुई।