कोटा। राजस्थान में कोटा के दोनों नगर निगम में आखिर जद्दोजहद के बाद आज कांग्रेस अपना बोर्ड बनाने में सफल रही।
भारी हंगामे और पुलिस के बल प्रयोग के बीच हुए इस चुनाव में कांग्रेस की बड़ी सफलता कोटा नगर निगम (दक्षिण) में अपना महापौर बनाने के रूप में रही जहां कांग्रेस के प्रत्याशी राजीव अग्रवाल 41 मत लेकर विजयी रहे जबकि भाजपा के प्रत्याशी विवेक राजवंशी को 39 मत मिले। कोटा उत्तर में कांग्रेस ने आसानी से अपना महापौर बना लिया। यहां कांग्रेस की मंजू मेहरा भाजपा की संतोष बेरवा को हराकर महापौर चुनी गई।
महापौर के चुनाव के लिए आज सीएडी सर्किल स्थित राजीव गांधी नगर निगम भवन में बनाए गए मतदान केंद्र के बाहर भारी हंगामे और पुलिस के बल प्रयोग के बीच दोपहर को मतदान संपन्न हुआ था।
इस दौरान संघर्ष की स्थिति को देखते हुए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा जिससे कांग्रेस के चार- पांच कार्यकर्ता घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। सारे हंगामे की वजह कोटा नगर निगम दक्षिण में महापौर का चुनाव था क्योंकि कोटा उत्तर में पर्याप्त संख्या बल होने के कारण कांग्रेस का महापौर बनना पहले से तय था लेकिन कोटा दक्षिण में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच 36-36 निर्वाचित पार्षदों का आंकड़ा होने के कारण सारा दारोमदार निर्दलीय पार्षदों के मतों पर था जो संख्या बल में आठ निर्वाचित हुए थे जिनमें से भाजपा और कांग्रेस 4-4 निर्दलीय पार्षदों के अपना समर्थक होने का दावा कर रही थी।
हंगामे की शुरुआत उस समय हुई जब प्रातः 11 बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के बाद निजी बसों से भाजपा के पार्षद कुछ निर्दलीय पार्षदों के साथ राजीव गांधी नगर निगम भवन पहुंचे तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया और भाजपा पार्षदों को लेकर आई बस की जबरदस्त घेराबंदी कर ली।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि भाजपा ने अपनी बाड़ेबंदी में रखे निर्दलीय पार्षद लेखराज योगी को उनके परिवार के सदस्यों से मिलने दिया जाए क्योंकि भाजपा उन्हें जबरन बंधक बनाए हुए हैं। उल्लेखनीय है कि पार्षद लेखराज योगी के पिता ने तीन दिन पहले पुलिस को लिखित में शिकायत दी थी कि उनके पुत्र को भाजपा नेताओं ने बंधक बनाकर उनकी बाड़े बंदी में रखा हुआ है।
वह अपने पुत्र से मिलने के लिए उज्जैन (मध्य प्रदेश) भी पहुंचे थे जहां स्थानीय पुलिस ने उन्हें योगी से मिलवाने की जगह उन्हें ही अपनी हिरासत में ले लिया लेकिन राजस्थान के कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल समर्थक हाडोती विकास मंच के संयोजक राजेंद्र सांखला के आग्रह पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उज्जैन पहुंचकर दखल दिया और उनके कड़े विरोध के बाद पार्षद लेखराज के पिता को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा परंतु उन्हें अपने पुत्र से मिलने की अनुमति नहीं मिल पाई।
इससे पूर्व आज सुबह भी जब भाजपा पार्षदों को लेकर बस नगर निगम भवन पहुंची तो योगी के परिजन वहां पहुंच गए और उससे मिलने की मांग करने लगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उस बस को घेर लिया जिसमें वह पार्षद थे। इसी को लेकर जब हंगामे की स्थिति बनी तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें एक कार्यकर्ता सिर पर लाठियां लगने से लहूलुहान हो गया जबकि कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को भी चोट आई। चोटिल हुए लोगों में एक निजी टीवी चैनल पत्रकार कपिल शर्मा भी शामिल है।
पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त गुस्सा देखा गया। पुलिस ने उत्तेजित कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए घुड़सवार पुलिस की भी मदद ली और मतदान स्थल के आसपास के कई गुमटीओ को भी बंद करवा दिया ताकि भीड़भाड़ ना हो।
पुलिस अधीक्षक (शहर) सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर ही बने हुए हैं और राजीव गांधी नगर निगम भवन के आसपास के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील किया हुआ है ताकि अनावश्यक लोग वहां नहीं पहुंच पाया। इस बीच दोपहर दो बजे तक मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो गई।
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