पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल नीत महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे तेजस्वी प्रसाद यादव को आज महागठबंधन का नेता चुन लिया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के यहां 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर महागठबंधन के घटक राजद, कांग्रेस, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विधायकों की बैठक हुई।
बैठक में महागठबंधन के सभी 110 विधायकों ने यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के साथ ही महागठबंधन का नेता भी चुन लिया। इससे पूर्व राजद के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई। बैठक में आगे की रणनीति भी बनाई गई।
इसी तरह कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में भी बैठक हुई। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ मंत्रणा की। बैठक के दौरान नेताओं के चेहरे पर कम सीटों के कारण सरकार नहीं बना पाने का मलाल स्पष्ट दिखाई दिया।
हम हारे नहीं हराए गए : तेजस्वी
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत महागठबंधन के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने विधानसभा चुनाव के परिणाम पर कहा कि हम हारे नहीं बल्कि हराए गए हैं। यादव ने विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद पहली बार महागठबंधन के घटक दलों के साथ बैठक की।
उन्होंने महागठबंधन के नवनिर्वाचित विधायकों से कहा कि निराश होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हम हारे नहीं हराए गए हैं। चुनाव परिणाम हम लोगों के पक्ष में आए हैं जबकि फैसला उनके पक्ष में आया है।
महागठबंधन के नेता ने कहा कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भी यही हुआ था। सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी हमें सत्ता से हटाकर भारतीय जनता पार्टी चोर दरवाजे से सत्ता में आई थी। इस बार भी भाजपा ने चुनाव को हाईजैक कर लिया। चुनाव के दौरान हमने सही और जनसरोकार से जुड़ा मुद्दा उठाया था और पहली बार ऐसा हुआ जब विपक्ष ने एजेंडा सेट किया था। हमने सकारात्मक रूप से मुद्दा बनाया जिसे जनता का भरपूर समर्थन मिला।
यादव ने कहा कि देश का युवा, मजदूर, किसान, जीविका दीदी, नियोजित शिक्षकों या अन्य वर्ग हो सभी में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि लोगों में आक्रोश इस बात का है कि चुनाव के परिणाम धनबल और छल से बदला गया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक तरफ सबसे अधिक शक्तिशाली प्रधानमंत्री और अन्य नेता थे तो दूसरी ओर 21 वर्ष का नौजवान था फिर भी राजद को सबसे बड़ी पार्टी बनने से नहीं रोक पाए।
महागठबंधन के नेता ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि राजद को उन्होंने कहां से कहां पहुंचा दिया तो वह स्वयं तीसरे नंबर पर चले गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ लोग जरूर कुर्सी पर बैठेंगे लेकिन वह जानते हैं कि उनकी चांदनी बस चार दिनों की ही है।
उन्होंने कहा कि आप कुर्सी पर बैठे और हम जनता के दिलों में बैठे हैं क्योंकि जनता जान रही है कि चुनाव में क्या हुआ है। यदि कुमार में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो वह कुर्सी छोड़ देंगे। जनता ने हमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अधिक समर्थन दिया है इसलिए हम प्रदेश में ‘धन्यवाद यात्रा’ निकालेंगे, जनता के बीच जाएंगे क्योंकि हम हारे नहीं जीते हैं।
यादव ने कहा कि यदि राजग सरकार 19 लाख रोजगार नहीं देती है तो जनवरी से बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। हम लोग रोने वाले नहीं जनता के बीच में रहने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी रहेंगे लोगों की आवाज बुलंद करेंगे।