कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रसिद्ध बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
राज्यपाल धनखड़ ने रविवार को ट्वीट किया कि प्रसिद्ध अभिनेता सौमित्र चट्टोपाध्याय (चटर्जी) के निधन पर बहुत दुखी हूं। उनकी जगह को भरना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि वह पहले भारतीय व्यक्ति थे जिन्हें कलाकारों के लिए फ्रांस के सबसे बड़े पुरस्कार ओरड्रे डेस आर्ट्स एट डेस लेटर्स से सम्मनित किया गया। उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
इसी तरह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मशहूर बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी के निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय, भारतीय और बंगाली सिनेमा ने एक महान कलाकार को खो दिया है।
बनर्जी ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि फेलूदा अब नहीं रहे। ‘अपु’ ने हम सबको अलविदा कह दिया है। सौमित्र (दा) दुनिया से विदा हो गए हैं। वह अपने जीवनकाल के लेजेंड रहे। अंतर्राष्ट्रीय, भारतीय और बंगाली सिनेमा ने एक महान कलाकार को खो दिया है। हम सब उन्हें बहुत याद करेंगे। बंगाल का फिल्म जगत अनाथ हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म निर्देशक सत्यजीत राय निर्देशित फिल्मों में शानदार अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले सौमित्र दा को फ्रांस के लीजन ऑफ ऑनर पुरस्कार, भारत में दादा साहब फाल्के पुरस्कार, बंगा विभूषण, पद्म भूषण और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उनका निधन बहुत बड़ी क्षति हैं। उनके परिवार, फिल्म जगत और दुनिया भर के उनके प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
गौरतलब है कि अभिनेता सौमित्र चटर्जी का कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित होने के 38 दिन बाद आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया।
सौमित्र चटर्जी 85 वर्ष के थे और उनके घर में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के एक दिन बाद छह अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी कोरोना की जांच रिपोर्ट 14 अक्टूबर को निगेटिव आई थी। इसके बाद भी उन्हें अस्पताल में भर्ती रखा गया था क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानी हो रही थी।