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जेसीबी इंडिया का दूसरा ईंधन से चलने वाला देश का पहला खुदाई लोडर - Sabguru News
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जेसीबी इंडिया का दूसरा ईंधन से चलने वाला देश का पहला खुदाई लोडर

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जेसीबी इंडिया का दूसरा ईंधन से चलने वाला देश का पहला खुदाई लोडर
JCB India first dual-fuel excavator loader
JCB India first dual-fuel excavator loader
JCB India first dual-fuel excavator loader

नई दिल्ली। मिट्टी खोदने और निर्माण उपकरणों की देश की अग्रणी निर्माता, जेसीबी इंडिया लिमिटेड ने गुरुवार को घरेलू बाजार में उद्योग का पहला दोहरे इंजन वाला सीएनजी (संपीड़ित प्राकृतिक गैस) लोडर उतारा ।

मुख्य रूप से मिट्टी खोदने वाली यह मशीन मिट्टी या सामान ट्रक पर लोड करने का भी काम करती है इसलिए इसे बेकहो लोडर कहा जाता है। नई पेश की गई डीजल और सीएनजी से चलने वाली इस मशीन का नाम जेसीबी 3 डीएक्स डीएफआई है। यह मशीन होमोजिनस चार्ज कम्प्रेशन इग्नीशन टेक्नालॉजी से लैस है।

केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और माइक्रो, सूक्ष्म एवं मध्यम उपक्रमों मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में इस मशीन का लोकार्पण किया। वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करने वाली निर्माण मशीनरी के विकास का मांग करने वालों में वे अग्रणी आवाज रहे हैं। निर्माण उपकरणों से संबंधित वाहनों को डीजल के साथ-साथ सीएनजी से चलाने के लिए वे अग्रणी प्रेरक रहे हैं।

लोकार्पण के मौके परजेसीबी इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक दीपक शेट्टी ने कहा कि निर्माण उपकरणों के वाहन क्षेत्र में वैकल्पिक ईंधन का उपयोग एक महत्वपूर्ण कदम और बदलाव है। यह मशीन सीएनजी और डीजल के मिश्रण से चलती है जिससे उत्सर्जन में कणों की मात्रा में काफी कमी आती है। इससे सीओटू या कार्बन डायऑक्साइड के उत्सर्जन में भी आनुपातिक कमी आती है।

शेट्टी ने कहा कि सीएनजी किफायती है और इससे अंतिम ग्राहक को परिचालन लागत कम करने में सहायता मिलती है। पर्यावरण के स्थायित्व या निरंतरता को लेकर वैश्विक स्तर पर जताई जा रही चिन्ता के मद्देनजर जेसीबी दोहरे ईंधन वाले इस सीएनजी बैकहो लोडर की पेशकश के जरिए इस उद्देश्य के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है। इस मशीन का विकास देश में किया गया है और लोकार्पण से पहले इसका परीक्षण भिन्न परिचालन स्थितियों में किया जा चुका है। इसका निर्माण कंपनी की बल्लभगढ़ स्थित फैक्ट्री में किया जाएगा जो दिल्ली एनसीआर में है।

उन्होंने कहा, भारत में चार दशक के अपने परिचालन के दौरान हम लोगों ने नवीनता में निवेश जारी रखा है। यह हमारे प्रमुख परिचालनों में एक है। दोहरे ईंधन वाली यह मशीन डीजल की जगह सीएनजी से चल सकती है और इसका विकास हमारे ग्राहकों की बदलती आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया गया है। आगे यह देश में संरचना बनाने में योगदान करेगा और इसका निर्यात दुनिया भर के भिन्न देशों में किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की कल्पना के मूर्त रूप, जेसीबी इंडिया की देश में पांच फैक्ट्री और एक डिजाइन सेंटर है। जेसीबी ग्रुप की छठी फैक्ट्री इस समय गुजरात के वडोदरा में निर्माणाधीन है। कंपनी ने भारत में बनी मशीनों का निर्यात 110 से ज्यादा देशों में किया है। इन्हें जेसीबी के वन ग्लोबल क्वाल्टी स्टैंडर्ड के अनुसार डिजाइन और बनाया गया है।

दोहरे ईंधन वाला यह सीएनजी बेकहो लोडर उसी थ्रीडीएक्स मॉडल पर आधारित है जो भारतीय बाजार में अच्छी तरह स्थापित है। इसमें ईंधन भराने का लचीलापन है। इससे ग्राहक के लिए दूरदराज के इलाकों में जहां सीएनजी नहीं मिलता है, वहां भी टिके रहना संभव होगा।

शेट्टी ने कहा, जेसीबी अपने ग्राहकों, डीलर और आपूर्तिकर्ताओं से मिली जानकारी के आधार पर इस परियोजना पर काम करता रहा है। ये मशीनें ग्राहक के वास्तविक साइट पर जांची जा चुकी हैं और ये जगहें भिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में रही हैं तथा प्राप्त फीडबैक को उत्पाद के विकास में शामिल कर लिया गया है।

जेसीबी का डीलर नेटवर्क देश के सबसे विस्तृत में एक है। इसके 60 से अधिक डीलर्स और 700 आउटलेट के इंजीनियर प्रशिक्षित हैं । मशीन में जेसीबी की उन्नत टेलीमैटिक्स टेक्नालॉजी – जेसीबी लाइव लिंक भी होगी। इसके जरिए, मशीन को ट्रैक किया जा सकता है और वास्तविक समय में उसकी निगरानी की जा सकती है। इस टेक्नालॉजी से मशीन से संबंधित सर्विस (सेवा), परिचालन और सिक्यूरिटी के अपडेट ऑनलाइन या मोबाइल एपलीकेशन के जरिए मिल सकते हैं। जेसीबी 1,60,000 लाइव लिंक आधारित मशीनें बेच चुकी है। इन्हें जियो फेन्स और टाइम फेंस किया जा सकता है और इसे जीपीएस से लोकेट किया जा सकता है। ग्राहकों को मशीन के बेड़े से संबंधित स्वास्थ्य से लेकर ईंधन की मात्रा, बैट्री की स्थिति और तकरीबन सारी महत्वपूर्ण सूचनाएं उनके मोबाइल पर मिलती रह सकती है। यह सर्विस से संबंधित रिमाइंडर याद दिलाने का काम भी करता है।