अजमेर। राजस्थान में अजमेर के तीर्थराज पुष्कर में कोरोना काल को देखते हुऐ ब्रह्म चतुर्दशी के अवसर पर आज परंपरागत तरीके से होने वाला संतों का शाही स्नान नहीं हो सका।
शाही स्नान के संस्थापक एवं पुष्कर स्थित सेन भक्तिपीठ के पीठाधीश्वर सैनचार्य अचलानंदाचार्य महाराज ने स्वयं पहल करके कोरोना महामारी के चलते इस बार शाही स्नान स्थगित रखा। अलबत्ता पवित्र पुष्कर सरोवर के जल को सैनचार्य आश्रम में मंगाकर शाही स्नान की रस्म निभाई गई। इस दौरान चुनिंदा संत भी मौजूद रहे।
इस बीच आज कार्तिक मास की ब्रह्म चौदस के मौके पर जहां पुष्कर सरोवर में श्रद्धालुओं ने स्नान किया वहीं सृष्टि के रचियता जगतपिता ब्रह्मा जी के मंदिर में भी सुबह मंगल आरती आयोजित की गई और सायं वराह घाट पर परंपरागत महाआरती का आयोजन भी होगा।
इधर, पुष्कर सरोवर में पंचतीर्थ स्नान और धार्मिक मेले का महास्नान कल कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के साथ ही पुष्कर का धार्मिक मेला भी संपन्न हो जाएगा। कल होने वाले महास्नान और श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन एवं पुलिस पूरी तरह सतर्क है। पुष्कर के प्रवेश मार्गों, घाट, बाजार समेत भीड़भाड़ वाले इलाकों में सोशलडिस्टेसिंग की पालना कराने के लिए पुलिस का अतिरिक्त बल नियुक्त किया गया है।
याद रहे कि सरकार ने कोरोना वैश्विक महामारी के चलते श्री पुष्कर पशु मेला 2020 तथा धार्मिक मेला अपनी ओर से निरस्त कर दिया था। श्रद्धालु व्यक्तिगत स्तर पर पुष्कर पहुंचकर पंचतीर्थ स्नान में भाग ले रहे है लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की संख्या हमेशा की अपेक्षा बहुत कम है।