जयपुर। किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए राजस्थान से किसान गुरुवार को दिल्ली कूच करेंगे। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि दिल्ली कूच के लिए राजस्थान से किसान शाहजहांपुर पहुंच गये हैं और रात्रि पड़ाव डाल दिया गया है। जाट ने कहा कि किसानों की सरकार के साथ मंगलवार को बात हुई और गुरुवार को और बात होने वाली हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति केन्द्र सरकार का सकारात्मक रुख नहीं रहा तो किसान गुरुवार को दिल्ली के लिए कूच कर जायेंगे। उन्होने बताया कि दिल्ली कूच करने के बाद दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के मन खोट भरा है इसलिए वह वार्ता के लिए केवल पंजाब के किसानों को ही सम्मिलित किया जबकि आंदोलन पूरे देश के किसानों का हैं।
उन्होंने कहा कि जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने इस नारे के साथ एक जनवरी 1965 को न्यूनतम समर्थन मूल्य की शुरुआत की थी। लेकिन उनके बाद इसकी किसी ने पालना नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर इसकी पालना की जाती तो आज देश का किसान ऋण लेने वाला नहीं, बल्कि ऋण देने वाला होता। उन्होंने कहा कि जिस दिन किसान ऋण देने वाला बन जायेगा, उस दिन उसके माथे से आत्महत्या का कलंक धूल जायेगा और देश दूनिया में नम्बर वन बन जायेगा। उन्होंने कहा कि इसी के लिए किसानों का यह आंदोलन हैं।