अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को उत्तरी भारत के प्रथम स्वचालित ग्रीन डेयरी प्लांट का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन करेंगे।
डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि उत्तरी भारत में प्रथम स्थान पर स्थापित नवीन स्वचालित दुग्ध प्रोसेसिंग प्लांट जिसकी क्षमता प्रतिदिन आठ लाख लीटर तथा तीस मेट्रिक टन पाउडर प्लांट का उद्घाटन कांग्रेस सरकार की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिन में करीब बारह बजे जयपुर से अजमेर जिलाधीश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में होगा।
उन्होंने बताया कि उद्घाटन समारोह में पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता उदयलाल आंजना, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, सांसद भागीरथ चौधरी तथा अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल भी जुड़ेंगे।
उन्होंने बताया कि 313.11 करोड़ रुपए के इस परियोजना में एनसीडीसी द्वारा 164.23 करोड़ का ऋण व 50.53 करोड़ के अनुदान का सहयोग है जबकि 98.35 करोड़ रुपए अजमेर दुग्ध संघ का अंशदान है। उन्होंने दावा किया कि इस नवीन स्वचालित प्रोसेसिंग प्लांट ग्रीन प्लांट है और एलपीजी सिस्टम द्वारा संचालित हो रहा है। डेयरी अमूल डेयरी के समकक्ष 42 उत्पाद का निर्माण कर विक्रय करेंगे।
चौधरी ने कहा कि इस नवीन प्लांट के जरिए देश में सबसे ज्यादा सफेद मकखन का निर्माण किया जा रहा है जो कि उल्लेखनीय है। चौधरी ने कहा कि आने वाली 31 दिसंबर तक जिले के दुग्ध उत्पादकों के दो भुगतान कर दिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (अजमेर डेयरी) ने 1972 में पंजीकृत हो अजमेर जिले में दुग्ध संकलन, प्रसंस्करण एवं विपरण का कार्य प्रारंभ किया। शुरू में 25 हजार लीटर दूध प्रतिदिन प्रसंस्करण किया जाता था और वर्तमान में अजमेर डेयरी डेढ़ लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता से प्रसंस्करण कर रही है।
नए प्लांट के बाद आठ लाख लीटर दूध प्रतिदिन प्रसंस्करण किया जा रहा है जिसको आगे दस लाख लीटर तक किए जाने की योजना है। इस मौके पर डेयरी के प्रबंध संचालक उमेशचंद्र व्यास भी मौजूद रहे जिन्होंने नए स्वचालित मिल्क प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की प्रमुख विशेषताओं को पत्रकारों के समक्ष रखा।