अजमेर/बूंदी। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए रामोत्सव निधि समर्पण के लिए बूंदी में अजयमेरु, भीलवाड़ा, कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ आदि स्थानों के कार्यकर्ताओं की एक बैठक आदर्श विद्या मंदिर नैनवां रोड में आहूत की गई।
विहिप के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश चंद्र उपाध्याय, संघ के प्रांत कार्यवाह डॉ शंकर लाल ने प्रभु श्री राम के चित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलन कर बैठक में चर्चा प्रारंभ की। बारां के विकास राज ने रामलला का ध्यान करो मंदिर का निर्माण करो गीत करा कर उत्साह का संचार किया।
इस बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में बनने वाले ऐतिहासिक मंदिर के लिए प्रत्येक गांव और प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच बनाने हेतु योजना बनाई। बैठक में बताया गया कि श्री राम धर्म के मूर्ति मंत्र स्वरूप है वह भारत की आत्मा है इसके लिए श्री राम भक्तों ने 492 वर्षों में अनेक संघर्ष किए लगभग 36 वर्षों से सुसूत्र अभियानों के माध्यम से देश के सभी प्रांतों सभी संप्रदायों के द्वारा जन जागरण करके 9 नवंबर 1989 को श्री राम जन्मभूमि पर अनुसूचित बंधु कामेश्वर चौपाल द्वारा शिलान्यास किया गया।
इस अभियान के सहप्रमुख धनराज मालव ने बताया कि इसके बाद 5 फरवरी 2020 को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से न्यास का गठन कर 70 एकड़ जमीन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को सौंप दी गई। 5 अगस्त 2020 को सदियों का सपना साकार हुआ और पूज्य महामंडलेश्वर नृत्यगोपाल दास सहित देश के पूज्य आचार्यो संतों व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंंघचालक मोहन भागवत के पावन सान्निध्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन कर मंदिर निर्माण का सूत्रपात किया।
इस शुभ मुहूर्त पर देश के 3000 से अधिक पवित्र नदियों एवं तीर्थों का जल विभिन्न जाति जनजाति संस्था केंद्र एवं बलिदानी कारसेवकों के घर से लाई गई रज ने संपूर्ण भारतवर्ष को आध्यात्मिक रूप से भूमि पूजन में उपस्थित कर दिया। अब संतों ने भव्य मंदिर बनाने के लिए जन.जन से सहयोग समर्पण करने की आवश्यकता बताई है ताकि संपूर्ण समाज का यह भव्य मंदिर बन सके।
मंदिर का 2.7 एकड़ क्षेत्रफल में 57400 वर्ग फुट निर्माण होगा जिसकी कुल लंबाई 360 फुट, चौड़ाई 235 फुट, ऊंचाई शिखर तक की 161 फुट रखी जाएगी। मंदिर के कुल 3 तल होंगे तथा प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फुट होगी। यह भव्य मंदिर विश्व की आस्था का केंद्र होगा। इसका निर्माण जन जन की भागीदारी से होगा।
प्रांत निधि प्रमुख त्रिलोक गोयल ने बताया कि यह निधी समर्पण प्रत्येक गांव से 10 रूपए, 100 रूपए और 1000 रूपए के कूपन के माध्यम से एवं 2000 रूपए से ऊपर की राशि रसीद के माध्यम से समर्पण लिया जाएगा। इस समर्पण राशि पर केंद्र सरकार द्वारा 80जी की छूट प्रदान की गई है। उन्होंने संपूर्ण राशि संग्रह के 48 घंटों के अंदर केंद्र के कोष में पहुंचाने की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी।
अभियान के सह प्रमुख रवीन्द्र कुमार जाजू ने बताया कि 31 जनवरी से चलने वाले इस अभियान में 27 जिलों के 123 की खंडों के लगभग 15302 गांव में 50,000 कार्यकर्ता इस अभियान में लगकर अपना जीवन धन्य करेंगे। इस कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रताप सिंह नागदा भी उपस्थित थे।
अंत में सुरेश चंद्र उपाध्याय क्षेत्रीय मंत्री ने बताया कि पूरे क्षेत्र में प्रवास करने के दौरान श्री राम जन्मभूमि निधि समर्पण हेतु समाज में जबरदस्त उत्साह का माहौल बना हुआ है और हर हिंदू के मन में भव्य राम मंदिर बने ऐसा भाव है।