चेन्नई। अभिनेता से नेता बने कमल हासन की मक्कल नीधि मईम (एमएनएम) पार्टी को उस समय बड़ा झटका लगा, जब उसके संस्थापक महासचिव ए अरुणाचलम पार्टी छोड़ शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये।
अरुणाचलम ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर और भाजपा के प्रदेश प्रमुख एल मुरुगन की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि कृषि कानूनों का समर्थन करने से कमल हासन के इनकार के बाद वह भाजपा में शामिल हुये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह किसानों के दीर्घकालिक अवधि तक लाभ के लिये इन तीन कानूनों को लाए हैं। मैं एक किसान परिवार से आया हूं, मुझे इनके फायदे की जानकारी हैं।
अरुणाचलम ने कहा, जब मैंने अपने नेता और एमएनएम के नेतृत्व से आग्रह किया कि वे केंद्र के फैसले का समर्थन करें तो उन्होंने इनकार कर दिया। मैंने एमएनएम नेतृत्व से कहा था कि वे यह न देखें कानूनों को भाजपा द्वारा लाया गया है, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को लंबे तक लाभ पहुंचाने के लिये लाये गये हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, इसलिये मेरे पास पार्टी छोड़ने के सिवाए और कोई विकल्प नहीं था। मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर मुझे भाजपा में शामिल होने का मौका मिला।