माउंट आबू। पश्चिमी भारत के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में सोमवार को न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू से नीचे (-2) डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। क्षेत्र में भीषण शीत लहर के चलते आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
अधिकतम तापमान भी लुढककर 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान के जमाव बिंदू से दो डिग्री नीचे रहने से रात को भारी भरकम राजाईयों के साथ रूम हीटर चलाने के लिए लोगों को विवश होना पड़ा। सवेरे खुले में वाहनों की छतों, पेड़-पौधों के पतों, खुले मैदानों, सोलर प्लेटों, खेत में खड़ी फसलों पर सवेरे बर्फ की परत जमी देखी गई।
आसमान साफ रहने से अच्छी धूप खिलने पर लोगों ने सडकों के किनारे, अपने घरों की छतों पर धूप सेंकने का आनंद लिया। दांत किटकिटा देने वाली शीत लहर से बचने के लिए लोगों ने चाय की चुस्कियों के साथ अलाव तापे।
दूरदराज के ग्रामीणों को शहर में सब्जियां, दूध आदि पहुंचाने को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शीत लहर से बचने के लिए होटलों में दुबके सैलानी भी सवेरे देर से ही होटलों से बाहर निकले।