नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिल्ली मेट्रो की 37 किलाेमीटर लंबी मेजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम – बॉटनिकल गार्डन) के जसोला विहार-शाहीन बाग स्टेशन पर खड़ी देश की सबसे पहली चालक रहित ऑटोमेटिक ट्रेन सेवा को झंंडी दिखाकर रवाना किया तथा साथ ही 23 किलोमीटर लंबी एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (नई दिल्ली-द्वारका सेक्टर 21) पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सेवा का शुभारंभ भी किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आवासन एवं शहरी कार्य, हरदीप सिहं पुरी एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविदं केजरीवाल भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।
दुनिया भर से हजारों लोग ऑनलाइन माध्यम के जरिये चालक रहित मेट्रो परिचालन के इस ऐतिहासिक शुभारंभ के साक्षी बने। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जापान के राजदतू माननीय सातोशी सुजुकी भी ऑनलाइन माध्यम से इस आयोजन से जुडे रहे।
जापान इंटरनेशनल को-ऑपरशन एजेंसी (जेआईसीए) के दिल्ली और टोक्यो प्रतिनिधि भी ऑनलाइन माध्यम से पूरे कायक्रर्म के दौरान जुडे रहे। पूर्णतया स्वचलित चालकरहित अभियान (डीटीओ) की शुरुआत से, भारत ने उन कुछ देशों की विशिष्ट श्रेणी में कदम रखा है, जहां के मेट्रो सिस्टम में यह सुविधा है। इस प्रकार की प्रणाली मानवीय हस्तक्षेप को कम करेंगी तथा यात्रियों को अधिक विश्वसनीयता और सुरक्षा प्रदान करेंगी। इस सिस्टम से ट्रेन ऑपरेशन में फ्लेक्सीबलिटी आएगी। फलस्वरूप, सेवा में प्रयुक्त होने वाली अनेक ट्रेनें कर्मचारियों की उपलब्धता पर निर्भर हुए बिना डायनेमिक रूप से मांग के आधार पर रेगुलेट की जा सकती हैं। ये ट्रेनें कम्युनिकेशन आधारित ट्रेन कंट्रोल (सिग्नलिंग) सिस्टम पर ऑपरेट होती हैं, इन्हें अधिक वहन क्षमता की सुविधा के साथ 90 सेकेंड के उच्च हेडवे पर चलाया जा सकता है।
डीटीओ में, आरंभ में, ऑपरेटर ट्रेन में सहायता के लिए मौजूद रहेगा ताकि आत्मविश्वास का अहसास बना रहे। डीटीओ की उच्च स्तरीय डायग्नोस्टिक फीचर से पारंपरिक समय आधारित मेनटेनेंस से कंडीशन आधारित मेनटेनेंस की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी। इससे मेनटेनेंस के लिए ट्रेनों के डाऊन टाइम में भी कमी आएगी।
एनसीएमसी सेवा के द्वारा देश के किसी भी हिस्से से आने वाले यात्री एनसीएमसी सुविधा वाले रुपे –डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर बिना किसी बाधा के यात्रा कर सकते हैं। यही कार्ड पूरे देश में शॉपिंग , बैंकिंग ट्रांजेक्शंस इत्यादि के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। डीएमआरसी 23 बैंकों से उनके द्वारा जारी रुपे डेबिट कार्ड के माध्यम से ट्रांजेक्शंस को स्वीकार करेगी।
डीएमआरसी की अपने पूरे विद्यमान नेटवर्क पर वर्ष 2022 तक इस एनसीएमसी सुविधा वाले रुपे डेबिट कार्ड द्वारा यात्रा की इसी प्रकार की सुविधा प्रदान करने की योजना है। मौजूदा व्यवस्था वाले दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड, टोकन (कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण टोकन वर्तमान में उपयोग में नहीं), क्यूआर कोड इत्यादि का उपयोग भी जारी रहेगा। इसके अतिरिक्त, फेज-चार के समस्त आगामी कॉरिडोरों में स्टेशनों पर स्थापित ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) सिस्टम को भी एनसीएमसी सुविधा से युक्त बनाया जाएगा।