चेन्नई। रजनीकांत के स्वास्थ्य कारणों से अपनी राजनीतिक योजनाओं के को विराम देने के एक दिन बाद उनके सलाहकार एवं गांधी मक्कल इयक्कम के संस्थापक तमलुरवी मणियन ने भी बुधवार को राजनीति छोड़ने की घोषणा की।
रजनीकांत को राजनीति में कदम रखने के लिए राजी करने में मणियन की महत्वपूर्ण भूमिका थी हालांकि, बाद में अभिनेता ने अपनी स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देते हुए यह विचार त्याग दिया।
मणियन ने यहां जारी एक बयान में कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक राजनीति से दूर रहेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों द्रविड़ दलों ने गांधीवादी मूल्यों को त्याग दिया है जिनकी कांग्रेस के दिवंगत नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री के. कामराज के समय काफी अहमियत थी।
उन्होंने कहा कि उनका सपना तमिलनाडु में एक अच्छा प्रशासन बनाने का था लेकिन कुछ लोग उनके साथ लगातार दुर्व्यवहार करते रहें। उन्होंने कहा कि उनके परिवार को भी दुर्व्यवहार और लोगों की सस्ती आलोचना का सामना करना पड़ा।