जींद। हरियाणा के जींद जिले के उचाना एसडीएम कार्यालय में कायर्रत महिला कम्प्यूटर ऑपरेटर ने एसडीएम समेत सहयोगी स्टाफ पर परेशान करने तथा गलत काम कराने का आरोप लगाते हुए वीरवार रात जहरीला पदार्थ निगल कर आत्महत्या कर ली।
मृतका की शिनाख्त भतेरी (35) के रूप में की गई है। उसने मरने से पहले चार पन्नों का सुसाइड नोट तथा वॉयस रिकार्डिंग की छोड़ी है जिसमें जिला पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की गुहार लगाई गई है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर एसडीएम सहित 12 लोगों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार भतेरी उचाना स्थित एसडीएम कार्यालय में बतौर कम्प्यूटर ऑपरेटर कार्यरत थी। मरने से पूर्व लिखे सुसाइड नोट और वॉयस रिकॉर्डिंग में उसने क्लर्क संदीप थुआ, एमटीएस मन्नू, सुखदेव, अर्जुन, अतुल, बलबीर गिल, बलकार, दीपा, तरसेम सहित कुछ अन्य लोगों पर अश्लील हरकत करने उससे गलत काम कराने का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि वीरवार को छुट्टी होने के बाद उसके कम्प्यूटर को खोला गया और गलत काम किए गए।
एसडीएम कार्यालय में उससे कराए जा रहे गलत कामों के बारे में एसडीएम राजेश कोथ से शिकायत भी की गई थी लेकिन उन्होंने कोई संज्ञान नहीं लिया। यहां तक की एसडीएम कार्यालय में धड़ल्ले से लाइसेंस सहित अन्य गलत काम होते हैं। वह अपने छोटे-छोटे बच्चों को इन दुष्ट लोगों के कारण अकेला छोड़ कर जा रही हैं। इन लोगों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाना चाहिए और उसे इंसाफ चाहिए।
महिला के पति दिनेश ने बताया कि उसकी पत्नी गत छह साल से डीसी रेट पर एसडीएम कार्यालय में कम्प्यूटर आप्रेटर पद पर कार्यरत थी। उसकी पत्नी से गलत काम कराए जाते थे। जब वह मना करती थी तो उसकी अनुपस्थिति में कम्प्यूटर खोल कर गलत काम किए जाते थे। ऐसे कर्मचारियों की एसडीएम से शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। रात को जहर निगलने के बाद उसकी पत्नी ने सहयोगी कर्मचारियों और एसडीएम के रवैये के बारे में बताया था। महिला अपने पीछे एक लड़का और एक लड़की छोड़ गई है।
उधर, एसडीएम राजेश कोथ ने मृतका के आराेपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि महिला ने कभी भी कर्मचारियों के बारे में शिकायत नहीं की। अगर महिला को किसी कर्मचारी ने आहत किया तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। मृतक महिला कर्मी के परिवार के प्रति उनकी पूरी सहानुभूति है।
पुलिस उपाधीक्षक जितेंद्र खटकड़ ने बताया कि महिलाकर्मी के सुसाइड तथा परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लोग दोषी हैं उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।