सिरोही। नगर परिषद सिरोही द्वारा नेहरू पार्क के पास राम झरोखा मैदान में आवासीय भूमि की नीलामी प्रक्रिया शुरू करवाने पहुंचे सभापति महेंद्र मेवाड़ा को भाजपा के सभी पार्षदों ने नीलामी कार्रवाई को तुरंत रोकने का लिखित पत्र सौंपकर कहा कि माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण की बोर्ड मीटिंग में पुष्टि किए बगैर आनन-फानन व विरोध के बीच जल्दबाजी में नीलामी कार्रवाई अमल में लाना लोक कल्याण व राष्ट्र हित सेवा कार्य में कार्य सेवा भारती संस्थान के साथ घोर अन्याय है, इस मौके पर यहां तक कहा गया कि परिषद इसे मूंछ का बाल नहीं बनाए।
मंगलवार को नगर परिषद सिरोही के द्वारा आम नीलामी की कार्रवाई प्रारंभ करने पर मौके पर मौजूद सभी भाजपा पार्षदों समेत बड़ी तादाद में आए नगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर नीलामी प्रक्रिया का विरोध किया।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी, नगर मंडल अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल की उपस्थिति में भाजपा पार्षद सुरेश सगरवंशी, गोपाल माली, मगनलाल मीणा, गीता पुरोहित, मणिदेवी माली, प्रवीण राठौड़,गोविंद माली, अरुण ओझा,हंजादेवी पटेल आदि के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक हस्ताक्षरयुक्त पत्र देकर नीलामी की कार्रवाई को तानाशाही बता पूर्ववर्ती सरकार द्वारा आवंटित की गई सेवा भारती की भूमि को उसे अवसर दिए बिना नीलामी किए जाने को गलत बताते हुए इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की। सभापति ने पार्षदों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मैं आपकी बात को आगे रखूंगा, मैं आगे बात कर लेता हूं फिर आपको बताता हूं।
दिए गए पत्र में लिखा कि 13 जून 2018 के प्रस्ताव में सेवा भारती संस्थान सिरोही को आरक्षित दर की 50 प्रतिशत दर पर आवंटन की स्वीकृति हेतु राज्य सरकार को भिजवाए जाने का निर्णय लिया गया था उसके पश्चात राज्य सरकार के स्वायत शासन विभाग द्वारा 23 अगस्त 2018 को पिछड़ी बस्तियों में बालकों के सर्वांगीण विकास तथा सेवा प्रकल्पों मे जुटी संस्था को भूमि आवंटन चाहा गया है जो जनहित का कार्य है।
अतः राज्य सरकार द्वारा भू आवंटन नीति 2015 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए नगर परिषद सिरोही के प्रस्ताव अनुसार सेवा भारती सिरोही को उक्त भूमि 3750 वर्गफीट प्रचलित आरक्षित दर की 50 प्रतिशत दर पर नियमानुसार आवंटित करने की स्वीकृति प्रदान की थी जिसे क्षेत्रीय विधायक संयम लोढा ने अपने राजनीतिक पद के प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए नियमों को ताक में रखकर गलत तथ्यों के आधार पर संस्थान को दरकिनार करके तथा संस्थान को बिना किसी सूचना दिए और आवंटन की प्रक्रिया को निरस्त करने का कोई नोटिस दिए बिना ही अब नीलामी निकालने की कार्यवाही को असहनीय बताया।
पत्र में लिखा गया कि जबकि आयुक्त को उक्त बात की पूर्ण जानकारी है कि प्रकरण माननीय न्यायालय में विचाराधीन है ऐसी स्थिति में विवादित भूमि पर बोली लगाकर सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए सिरोही जिले की आम जनता के पैसों का परिषद अपने निजी हित के लिए पैसा फंसवाकर गलत काम कर रहा है।
पत्र में क्षेत्रीय विधायक पर गंभीर आरोप लगाकर लिखा गया कि वे जनप्रतिनिधि के तोर पर अपने सेवा के राजनीतिक पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। इतने विरोध के बावजूद परिषद अपने स्तर पर इतना बड़ा फैसला कैसे ले पा रही है यह सोचनीय सवाल है। पत्र में बताया गया कि उच्च न्यायालय में विचाराधीन यह प्रकरण 21 जनवरी को सुना जाएगा तब तक नगर परिषद को नीलामी प्रक्रिया को रोक देना चाहिए।
इस मौके पर जिला महामंत्री जयसिंह राव, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष नारायणसिंह देलदर, महामंत्री जबरसिंह चौहान, प्रकाश पटेल, रणछोड़ पुरोहित, भरत माली, महिंद्र माली, गणपतसिंह राठौड़, अशोक पुरोहित,महिपाल चारण, मांगूसिंह बावली, चिराग रावल, योगेश दवे, निंबाराम देवासी, मनीष पुरोहित, दमयंती डाबी, धनपतसिंह राठौड़, जयेश सोलंकी, हार्दिक देवासी, शैतान सेन, बाबूसिंह, चुन्नीलाल पटेल, लुंबाराम राणा, जितेंद्र खत्री, सुनील गुप्ता आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित थे।
पुरोहित ने नीलामी कार्रवाई पर निगाह रखी
नगर परिषद की नीलामी कार्रवाई पर भाजपा के जिला पदाधिकारी सहित जिला अध्यक्ष नारायण पुरोहित, जिला महामंत्री योगेंद्र गोयल, तुलसीराम पुरोहित, निंबाराम देवासी सहित अन्य पार्टी नेताओं ने भी मौके पर पहुंचकर परिषद की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की।