चेन्नई। तमिल मनिला कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता एवं दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे बी एस ज्ञानदेसिकन का दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार को दोपहर के बाद यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे।
टीएमसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ज्ञानदेसिकन के परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्र हैं। उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद गत वर्ष 11 नवंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले ज्ञानदेसिकन के दिल की सर्जरी हुई थी और उनके फेफड़ों में संक्रमण था लेकिन वह स्वस्थ हो रहे थे। गुरुवार को उन्हें गंभीर रूप से दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।
टीएमसी प्रमुख जी के वासन कल शाम उन्हें देखने अस्पताल गये थे। अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि बेहतर उपचार के बावजूद उन्होंने आज दोपहर बाद आखिरी सांस ली।
कांग्रेस के दिग्गज नेता जी के मूपनार के कट्टर समर्थक ज्ञानदेसिकन वर्ष 2009 से 2013 तक तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे थे। अन्नाद्रमुक से गठबंधन करने के कांग्रेस के फैसले के विरोध में पार्टी से अलग होकर जब मूपनार ने टीएमसी का गठन किया तो जाने-माने वकील ज्ञानदेसिकन भी उनके साथ चले गये।
वर्ष 2002 में मूपनार के निधन के बाद उनके पुत्र और पूर्व केंद्रीय मंत्री जी के वासन ने पार्टी का नेतृत्व किया। बाद में वर्ष 2002 से 2014 तक टीएमसी का कांग्रेस में विलय रहा। नवंबर 2014 में वासन के कांग्रेस से निष्कासन के बाद उन्होंने फिर से टीएमसी को पुनर्गठित किया तथा उसके बाद से इसका नेतृत्व करते आ रहे हैं। इस दौरान ज्ञानदेसिकन वासन के साथ ही रहे।
वासन, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने
ज्ञानदेसिकन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। इन नेताओं ने कहा कि वह बहुत मृदुभाषी व्यक्ति थे और हमेशा दूसरी पार्टी के नेताओं के साथ भी सौहार्दपूर्ण संबंध रखते थे।