मुंबई। विदेशों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच डिजिटल ऋण प्लेटफॉर्मों पर लगाम की आशंका में घरेलू शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट देखी गई।
बाजार में शुरू से ही बिकवाली हावी रही जो अंतिम आधे घंटे में और तेज हो गई। इससे बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 470.40 अंक यानी 0.96 प्रतिशत लुढ़ककर 48,564.27 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 152.40 अंक यानी 1.06 प्रतिशत की गिरावट में 14,281.30 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों प्रमुख सूचकांकों का 07 जनवरी के बाद का निचला स्तर है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने डिजिटल ऋण प्लेटफॉर्मों के विनियमन के लिए कार्यसमूह का गठन किया है। इससे बाजार में आशंका है कि ऑनलाइन और ऐप के जरिये दिये जाने वाले ऋण के लिए नियम कड़े किये जा सकते हैं जिसका प्रभाव शेयर बाजार पर दिख रहा है।
निवेशकों ने मझोली और छोटी कंपनियों में ज्यादा बिकवाली की। बीएसई का मिडकैप 2.01 प्रतिशत टूटकर 18,524.83 अंक पर और स्मॉलकैप 1.89 प्रतिशत फिसलकर 18,329.79 अंक पर रहा।
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी का शेयर साढ़े चार प्रतिशत और सनफार्मा तथा इंडसइंड बैंक का पौने चार फीसदी के करीब टूटे। पावरग्रिड और बजाज फाइनेंस में साढ़े तीन प्रतिशत की गिरावट रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर करीब ढाई फीसदी चढ़ा।
विदेशों में मिश्रित रुख रहा। एशिया में हांगकांग का हैंगसेंग 1.01 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.84 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.33 प्रतिशत और जापान का निक्की 0.97 प्रतिशत लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.11 प्रतिशत फिसल गया जबकि जर्मनी का डैक्स 0.01 फीसदी चढ़ा।
सेंसेक्स 26.55 अंक की बढ़त में 49,061.22 अंक पर खुला, लेकिन खुलते ही लाल निशान में चला गया और पूरे दिन दबाव में रहा। अंतिम आधे घंटे में बिकवाली बढ़ जाने से इसका ग्राफ तेजी से नीचे की ओर लुढ़का। कारोबार की समाप्ति से पहले 48,403.97 अंक तक गिरने के बाद गत दिवस के मुकाबले 470.40 अंक नीचे 48,564.24 अंक पर बंद हुआ। इसका दिवस का उच्चतम स्तर 49,122.23 अंक रहा।
बीएसई में कुल 3,172 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 938 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 2,090 के लाल निशान में बंद हुये जबकि शेष 144 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित रहे।
निफ्टी 19.60 अंक चढ़कर 14,453.30 अंक पर खुला। इसका दिवस का निचला स्तर 14,222.80 अंक और उच्चतम स्तर 14,459.15 अंक रहा। अंत में यह गत दिवस की तुलना में 152.40 अंक लुढ़ककर 14,281.30 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से मात्र छह कंपनियों के शेयर बढ़त में रहे जबकि शेष 44 के शेयर गिरावट में रहे।
बीएसई में धातु समूह का सूचकांक सबसे अधिक 4.14 प्रतिशत लुढ़क गया। यूटिलिटीज समूह में 2.66 प्रतिशत, दूरसंचार में 2.41, स्वास्थ्य में 2.31, बुनियादी वस्तु में 2.28, ऑटो में 2.18, बिजली में 2.15, इंडस्ट्रियल्स में दो प्रतिशत, रियलिटी में 1.85, टेक में 1.75, आईटी में 1.63, तेल एवं गैस में 1.60, वित्त में 1.57, बैंकिंग में 1.40, पूँजीगत वस्तुओं में 1.09 और सीडीजीएंडएस समूह में 1.06 प्रतिशत की गिरावट रही।
ऊर्जा समूह का सूचकांक 1.10 प्रतिशत और टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूह का 0.77 प्रतिशत चढ़ा।
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सर्वाधिक 4.59 फीसदी की गिरावट रही। सनफार्मा का शेयर 3.74 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक का 3.71, पावरग्रिड का 3.50, बजाज फाइनेंस का 3.44, बजाज फिनसर्व का 3.21, भारतीय स्टेट बैंक का 3.19, एनटीपीसी का 2.99, डॉ. रेड्डीज लैब का 2.97, एक्सिस बैंक का 2.79, भारती एयरटेल का 2.62, मारुति सुजुकी का 2.58 और एचडीएफसी तथा इंफोसिस दोनों के 2.49 प्रतिशत टूटे।
आईसीआईसीआई बैंक में 1.94 फीसदी, एलएंडटी में 1.47 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1.37, नेस्ले इंडिया में 1.36, अल्ट्राटेक सीमेंट में 1.07, टेक महिंद्रा में 0.90, एचसीएल टेक्नोलॉजीज में 0.85, कोटक महिंद्रा बैंक में 0.79, हिंदुस्तान यूनिलिवर में 0.78, टीसीएस में 0.40, बजाज ऑटो में 0.31 और एशियन पेंट्स में 0.04 प्रतिशत की गिरावट रही।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक 2.37 प्रतिशत चढ़ा। टाइटन में 1.86 फीसदी, एचडीएफसी बैंक में 1.15 फीसदी और आईटीसी में 0.76 फीसदी की बढ़त रही।