जयपुर। भारतीय मजदूर संघ राजस्थान प्रदेश कार्यालय जयपुर में प्रदेश पदाधिकारी बैठक रखी गई। भारतीय मजदूर संघ राजस्थान प्रदेश के महामंत्री दीनानाथ रूंथला ने बताया कि बैठक में मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा का मार्गदर्शन रहा।
सिन्हा ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय मजदूर संघ गैर राजनीतिक संगठन के रूप में काम कर रहा है। सरकार किसी की भी हो मजदूर हित के लिए भारतीय मजदूर संघ ने संघर्ष किया है। कोरोना की महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों की सहायता के अनेक उपक्रम तथा कोरोना वारियर्स के रूप में काम करने वाले पुलिसकर्मी, चिकित्साकर्मी, सफाईकर्मी एवं अन्य वारियर्स का सम्मान कर उनका उत्साहवर्धन किया।
जिन नियोजकों ने मजदूरों को उनके मजदूरी का उचित रूप से भुगतान किया, उनका भी बीएमएस ने सम्मान कर यह सिद्ध किया कि मजदूर और नियोजक परस्पर शत्रु नहीं है। सरकार द्वारा श्रमिक संहिता में किए गए श्रमिक विरोधी प्रावधानों का विपरीत परिस्थितियां होते हुए भी डट कर विरोध किया तथा सरकार को उचित संशोधन के लिए बार-बार आग्रह किया। जबकि बाकी श्रमिक संगठन चुप हो कर के बैठे थे।
वर्तमान में सरकार की निजीकरण की नीति हमारे भविष्य के लिए प्रश्न चिन्ह उत्पन्न करेगी तथा स्थाई रोजगार एक सपना बनकर रह जाएगा। अंधाधुंध निजीकरण का विरोध करते हुए असंगठित क्षेत्र पर ध्यान देकर संगठन का कार्य विस्तृत करना होगा। बैठक में क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजबिहारी शर्मा ने कहा कि बीएमएस का कार्य ईश्वरीय कार्य है। हम सभी कार्यकर्ताओं को अपने संख्या बल की वृद्धि करनी होगी। साथ ही आर्थिक दृष्टि से भी संगठन को सफल बनाने हेतु अपना योगदान पहले देते हुए कार्यकर्ताओं को आव्हान करना होगा।
बैठक में राम मंदिर निर्माण हेतु धन संग्रह में योगदान का आह्वान किया गया। बैठक के बाद मजदूर संघ राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष बिशन सिंह तंवर ने आए हुए कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन किया। अंत में कोरोना काल में दिवंगत हुए भारतीय मजदूर संघ के भूतपूर्व अखिल भारतीय अध्यक्ष बैजनाथ राय एवं अन्य सभी दिवंगत कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।