इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा के बीहडो में स्थित विश्व प्रसिद्ध लायन सफारी को पर्यटको के लिए खोलने की तैयारियां शुरू कर दी गई है और सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो फरवरी माह के आखिरी तक पर्यटक शेरो का दीदार कर सकेंगे।
इटावा सफारी पार्क के निदेशक राजीव मिश्रा ने बताया कि पर्यटको के लिए शेरो को दिखाने का इंतजाम करने मे सफारी प्रबंधन तेजी से जुटा है। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में लायन सफारी में ट्रायल प्वांइट बना लिया गया है ,जिस पर शेर आसानी से उतर चढ़ सकेगे। उन्होंने बताया कि पर्यटकों के लिए खोले जाने की तैयारियों के चलते उन शेरों का चयन भी कर लिया गया है, जिन्हे सफारी में पर्यटकों के दीदार के लिए छोड़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि सफारी में पर्यटकों को पहले शिम्बा, सुल्तान, भरत, रुपा और सोना के दीदार होंगे। यह शेर खुले में विचरण करेंगे और पर्यटक बंद बसों में रहेंगे। बाद में सफारी में पर्यटकों के दीदार के लिए शेरों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। लायन सफारी मे ट्रायल प्वांइट को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है, जिसमे शेरो को छोडने के लिए शासन की हरीझंडी का इंतजार किया जा रहा है और जैसे ही शासन की ओर से हरीझंडी मिलेगी वैसे ही शेरो को लायन सफारी के ट्रायल प्वांइट मे छोडा जायेगा। उसके बाद जैसे ही शेर यहाॅ के वातावरण के लिए अनकूल हो जायेगे वैसे ही पर्यटको को दिखाने की प्रकिया शुरू कर दी जायेगी।
मिश्रा ने बताया कि लायन सफारी खोले जाने की तैयारियाें बीच यहां शेरों की निगरानी की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। लायन सफारी में ड्रोन व नाइट विजन कैमरे से शेरों की निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही सफारी में शेरों के लिए ऊंचे ऊंचे मचान भी बनाए जाएंगे। इन मचानों पर शेर बैठेंगे तो दूर से ही पर्यटकों को दिखाई देंगे।
इस बीच अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पश्चिमी क्षेत्र सुनील चौधरी ने लायन सफारी का निरीक्षण करके यहां की गई व्यवस्थाओं को देखा और जो कुछ तैयारियां अभी अधूरी हैं उन्हे फरवरी तक पूरा करने के लिए सफारी प्रबंधन को निर्देशित किया। इस निरीक्षण से लायन सफारी को पर्यटकों के लिए जल्द खोले जाने की संभावना बढ़ गई है। इटावा सफारी में अभी लायन सफारी को पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया है। हालांकि इसकी तैयारियां काफी दिनों से चल रहीं थीं।
मिश्रा ने बताया कि निरीक्षण के समय यह भी देखा गया कि किस क्षेत्र में शेरों को छोड़ा जाएगा जहां पर्यटक उनके दीदार कर सकें। इसके लिए जो दीवार आदि बनवाई गई है उसका भी निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से जानकारी ली कि कितनी तैयारियां पूरी हो गईं हैं और कितना काम शेष रह गया है। इसके साथ ही बजट को लेकर भी चर्चा की कि कितने बजट की जरुरत होगी। उन्होंने जरुरत के मुताबिक बजट उपलब्ध कराये जाने की बात कही।
गौरतलब है सफारी पार्क के 50 हेक्टेयर क्षेत्र में लायन सफारी बनाई गई है। अब जब लायन सफारी को पर्यटकों के लिए खोले जाने की तैयारी की जा रही है तो फिर इसका 27 हेक्टेयर क्षेत्र दीवार बनाकर अलग कर दिया गया है । इसी 27 हेक्टेयर में शेर चहलकदमी करेंगे और यहीं पर पर्यटक शेरों के दीदार करेंगे। इसी क्षेत्र में तमाम तैयारियां की जा रही है। इस क्षेत्र को आकर्षक बनाने के साथ ही सुरक्षा के भी पूरे बंदोबस्त किए गए हैं। सफारी प्रशासन इस क्षेत्र को आकर्षक और सुरक्षित बनाने के काम में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता।
इटावा सफारी पार्क के भीतर ही लायन सफारी का निर्माण किया गया है बेसक 24 नंबवर 2019 को इटावा सफारी पार्क को पर्यटको के लिए खोल दिया गया है लेकिन लायन सफारी को तकनीकी तौर पर खोला नहीं जा सका है।
सीजेडए के निर्देशो के क्रम मे लायन सफारी को खोले जाने की प्रकिया शुरू तो कर दी गई है लेकिन इसके बावजूद फिर भी शासन के निर्देशो का इंतजार अभी भी सफारी प्रंबधन के अधिकारी अभी भी कर रहे है।
इटावा सफारी पार्क की परिकल्पना साल 2003 के मुख्यमंत्रित्व काल मे तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने की थी, लेकिन इस परिकल्पना कोई प्रभावी भूमिका इसलिए नहीं अपनाई जा सकी क्योकि 2007 मे मुलायम सिंह यादव की सरकार गिर गई। बसपा की सरकार मे यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते मे डाल दिया गया था। वर्ष 2012 मे जैसे ही अखिलेश यादव की अगुवाई मे समाजवादी सरकार का गठन हुआ वैसे ही इस सफारी पर काम शुरू हो गया। आज यह प्रोजेक्ट देश दुनिया का सबसे लोकप्रिय है। इस सफारी को देखने के लिए देश दुनिया के पर्यटक यहाॅ पर आ रहे है।