बाराबंकी। उत्तर प्रदेश की बाराबंकी पुलिस ने मंदबुद्धि दिव्यांग पुत्री की हत्या करने के आरोप में उसके पिता, भाई और मां को आज गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि 17 जनवरी को कौरहापुरवा निवासी मंशाराम ने थाना जैदपुर में तहरीर दी गई कि उसकी दिव्यांग पुत्री सुबह करीब नौ बजे शौच के लिए घर से गई थी जो वापस नहीं आई। उसका शव सरसों के खेत में मिला है, आशंका है कि उसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी। इस सूचना पर थाना जैदपुर में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था।
उन्होंने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पांच टीमों का गठन कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए थे। उन्होंने बताया कि गठित पुलिस टीम ने जांच में घटना वाले दिन मृतका के पैर में गोबर लगा पाया गया था जबकि घटना स्थल पर जो चप्पल मिला था उसमें गोबर नहीं लगा था।
मृतका का पैर घटना स्थल पर मिले चप्पल के साइज से बड़ा था। उसकी भाभी द्वारा भी बताया गया था कि मृतका के पैर में सात नम्बर की चप्पल आती है, जो चप्पल मौके पर पुलिस को मिली थी वह 4 नम्बर का था।
प्रसाद ने बताया कि तभी से पुलिस को शक हो गया था और पुलिस टीम ने जब गांव के लोगों से जानकारी करनी शुरू की तो धीरे-धीरे परतें खुलने लगी और गांव वालों ने उसकी मां को खेत के पास सुबह देखा था। यह साक्षय मिलने के बाद पुलिस ने आज उसके पिता मंसाराम तथा मां मीना कुमारी और भाई हरिओम को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछा तो उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
पुलिस को बताया कि लडकी मंद बुद्धि की थी तथा गन्दे तरीके से रहती थी और किसी रिश्तेदार व गांव के व्यक्तियों के सामने उसके पागलपनपूर्ण व्यवहार के कारण घर वालों को शर्मिंदगी उठानी पड़ती थी। मन्दबुद्धी व दिव्यांग होने के कारण उसकी शादी भी नहीं हो सकती थी। उसकी हरकतों से घर वाले काफी परेशान थे।
उन्होंने बताया लडकी के भाई ने घरवालों के साथ मिलकर 3-4 दिन से अपनी बहन को रास्ते से हटाने के लिए तैयार किया और 16 जनवरी की शाम उसकी हत्या की योजना बनाई थी। वे लोग उसी रात उसे मार देते हैं, लेकिन दिन में मैने जाकर उस जगह की रेकी किया था।
योजना के अनुसार दिनांक 16 जनवरी की रात करीब एक बजे उसकी मां ने बहन को शौच के बहाने अपने खेत पर ले गई और पीछे से वह और उसका पिता भी गया था। पिता मंशाराम घटना स्थल को जाने वाले रास्ते पर खड़े होकर निगरानी करने लगा और सरसों के खेत में ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्या के बाद गले को दुपट्टे से कसकर बांध दिया था। घटना को बलात्कार का रूप देने के लिए उन्होंने उसके कपड़े निकाल कर नाजूक अंगों में लकड़ी के डंडे से क्षति पंहुचाई और बगल वाले खेत में एक डिब्बा और चप्पल रख दी और सुबह उसकी मां ने गांव वालों को बताया कि लड़की नहीं मिल रही है।
आरोपियों ने बताया कि हम लोगों ने पहले हत्या करने की ही योजना बनाई थी लेकिन कुछ दिन पूर्व सतरिख क्षेत्र में बलात्कार व हत्या की घटना हुई थी, जिसमें परिजनों को सरकारी और निजी रूप से आर्थिक सहायता मिली थी, इसलिए इन लोगों ने खेत में ले जाकर बलात्कार व हत्या का षडयंत्र रचा था। गिरफ्तार हत्यारोपियों को जेल भेज दिया।