पानीपत। हरियाणा के पानीपत में तीन कृषि कानून के विरोध में शनिवार को किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-44, रोहतक, जींद और हरिद्वार राजमार्ग पर दोपहर को 12 से तीन बजे तक यातायात जाम कर केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। राजमार्ग खाली होने पर बच्चों ने कई घंटे जमकर क्रिकेट खेला।
आज पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने कृषि बिलों के विरोध में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 पर पानीपत के टोल प्लाजा और समालखा कस्बा क्षेत्र के गांव करहंस, रोहतक राजमार्ग पर गांव डाहर टोल प्लाजा, हरिद्वार राजमार्ग पर गांव कुराड एवं गांव उग्राखेडी मोड, जींद हाईवे पर गांव भालसी मोड पर किसानों ने चक्का जाम कर मोदी सरकार और मनोहर लाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। चक्का जाम में किसानों के साथ कांग्रेसियों एवं इनेलो नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और दोनों सरकारों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
इधर, पानीपत पुलिस ने चक्का जाम में यातायात बाधित होने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर चंडीगढ और दिल्ली आवागमन करने वाले वाहनों को पानीपत रिफाइनरी बाईपास से भेजा गया। हरिद्वार की ओर जाने वाले यातायात को हुडा सेक्टर से बरसत रोड और यहां से ड्रेन नंबर-एक के बाईपास से तथा समालखा से गांव बापौली से सनौली होते हुए हरिद्वार हाईवे पर मार्ग परिवर्तन किया गया। जींद हाईवे पर वाहनों के आवागमन को गांव मतलौडा की अनाज मंडी से नारा गांव के फाटक होते हुए सफीदों रोड पर परिवर्तन किया गया। जबकि रोहतक हाईवे पर आवागमन करने वाले वाहनों को चक्का जाम के दौरान गांव बुडशाम-डिडवाडी से सिवाह बाईपास व गांव नौल्था से गांव ब्राहमण माजरा होते हुए गांव मतलौडा के पास से डायर्वट किया गया। हालांकि अन्य दिनों के मुकाबले पानीपत की सड़कों पर किसानों के पूर्व घोषित आंदोलन के चलते वाहन कम संख्या में नजर आए। तीन बजे किसानों ने अपने वाहनों के हॉर्न बजा कर चक्का जाम आंदोलन को संपन्न किया।