अलवर। राजस्थान में अलवर के इंदिरा गांधी स्टेडियम को सेना भर्ती के लिए दौड़ लगाने वाले युवाओं के लिये खोलने की मांग को लेकर छात्रों का 20 घंटे से चला रहा चक्काजाम अब तक बरकरार है।
उधर जिला प्रशासन ने अब तक इस चक्काजाम को खुलवाने को लेकर कोई सकारात्मक रूप नहीं दिखाया है, जबकि इस आंदोलन का असर राजस्थान रोडवेज की बसों पर पड़ रहा है। गुरुवार की शाम पांच बजे से राजस्थान रोडवेज की कोई भी बसें डिपो से बाहर नहीं निकल पाई हैं जिससे अब तक हजारों यात्रियों को भारी असुविधा हुई है। साथ ही रेवन्यू पर असर पड़ा है।
रोडवेज के परिचालक एवं पूछताछ केंद्र के प्रभारी रघुराज ने बताया कि गुरुवार शाम 5 बजे से मिलिट्री हॉस्पिटल के सामने जाम लगा हुआ है जिससे राजस्थान रोडवेज की कोई भी बस रोडवेज के दोनों आगार से नहीं जा पा रही हैं और न ही अंदर आ पा रही हैं। जो बसें बाहर से आ रही हैं उन्हें ही आंदोलन स्थल के पास से ही सवारियों को बैठा कर बाहर भेजा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली और जयपुर मार्ग से आने वाली 18 बसों को अब तक वापस भेजा गया है। जिसमें 10 बजे जयपुर और 8 बजे देहली मार्ग के लिए भेजा गया है। बाहर से बसें भी अंदर नहीं आने के कारण परेशानी हो रही है। अब तक रोडवेज की जाने वाली 100 से अधिक बस मार्ग प्रभावित हुए हैं।
उधर 24 घंटे से लगातार आंदोलन कर रहे छात्र नेता संदीप ओला ने बताया कि पूरी रात सड़क पर सैकड़ों छात्रों के बीच बिताई है। प्रशासन और यहां के नेता हठधर्मिता अपनाए हुए हैं उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि सेना भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं के लिए इंदिरा गांधी स्टेडियम खोला जाए। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ स्टेडियम खोलने की मांग तो कर रहे हैं यह कोई बच्चे आतंकवादी नहीं हैं जो स्टेडियम में हथियार लेकर प्रवेश करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ की कोई मंशा पूर्ण नहीं होने दी जाएगी।