सिरसा। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरूद्ध किसान संगठनों के रोल रोको अभियान के तहत किसानों ने हरियाणा के सिरसा जिले में दिल्ली-बठिंडा रेल लाईन को पांच अलग अलग जगहों बाधित कर अपना विरोध जताया।
किसानों ने दोपहर 12 बजे से सायं चार बजे तक सिरसा, डिंग, डबवाली, कालांवाली और ऐलनाबाद रेल लाईन जाम रखी। किसानों के इस आहवान के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये 26 ड्यूटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में करीब एक हजार पुलिस जवान तैनात किये गये थे। हालांकि किसानों के रेल लोको आहवान के दौरान रेल का आवागमन नहीं हुआ लेकिन किसान रेल लाईन पर जमे रहे।
किसानों के रेल रोको आंदोलन के आहवान के मद्देनजर रेलवे ने वीरवार को रेलों का संचालन ही बंद रखा। सिरसा जिले में निर्धारित स्थानों पर किसान सुबह ही रेल लाईन पर पहुंचने शुरू हो गए थे लेकिन दिनभर रेलवे की सीटी कहीं भी सुनाई नहीं दी। किसानों ने निर्धारित समय के अनुसार चार घंटे ही रेल लाईन जाम की। जिला प्रशासन की ओर से किसानों के रेल रोको आंदोलन को लेकर पूरी सतर्कता बरती गई।
हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि रेल रोको अभियान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताकर यह दर्शा दिया है कि वे देशहित को हमेशा सर्वोपरि मानते हैं।