बारां। विश्व के क्रेटरों को मान्यता देनी वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था अर्थ इम्पैक्ट डाटा बेस सोसाइटी ऑफ कनाडा ने राजस्थान के बारां जिले के रामगढ़ की रिंग आकार वाली पहाड़ी संरचना को विश्व के 200वें क्रेटर के रूप में आधिकारिक मान्यता प्रदान कर दी है।
इससे बारां जिला विश्व के नक्शे पर उभर आया है। इस सोसायटी के साइंस जर्नल में इस क्रेटर को अगस्त 2020 में विश्व के संवैधानिक मान्यता प्राप्त क्रेटर के रूप में स्वीकार कर लिया गया। विश्व के संवैधानिक मान्यता प्राप्त क्रेटरों की सूची में रामगढ़ इम्पीरियोंटिक इम्पैक्ट क्रेटर को 200वां स्थान मिला है। यह भारत के आधिकारिक मान्यता प्राप्त क्रेटरों में तीसरे क्रेटर एवं राजस्थान का पहला संवैधनिक मान्यता प्राप्त क्रेटर घेषित होगा।
सूत्राें ने आज बताया कि खोज के बाद लगातार कई देशी विज्ञानियों ने बारां जिले के रामगढं में अनुसंधान किया और इन्टरनेशनल सोसायटी को अपने रिपोर्ट प्रस्तुत किये परंतु उन्हें पर्याप्त प्रमाण नहीं मानते हुए इसे आधिकारिक मान्यता नहीं दी गई थी।
3.2 किमी व्यास और 200 मीटर उंचाई की अंगूठी के आकार की यह संरचना बारां जिले के रामगढ़ में स्थित है। जिसकी मान्यता के प्राप्त होने से भारत भर के जियोलाॅजिस्ट एवं वैज्ञानिकों में हर्ष की लहर दौड़ गई। जिलेवासियों को नए रोजगार के अवसर मिलेंगे। वहीं देशी एवं विदेशी सैलानियों की आवाजाही बढ़ेगी।